नई दिल्ली। उत्तरी दिल्ली नगर निगम संचालित अस्पतालों में सेवाएं प्रभावित हैं क्योंकि बकाया वेतन की मांग को लेकर डॉक्टरों का आंदोलन बुधवार को भी जारी रहा। हालांकि, नगर निकाय ने ‘‘सभी बकाया का भुगतान कर दिए जाने’’ की बात कही है।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम डॉक्टर्स एसोसिएशन (एमसीडीसीए) से जुड़े वरिष्ठ डॉक्टर सोमवार को आकस्मिक अवकाश पर चले गए थे और मंगलवार को उन्होंने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी।
उत्तरी दिल्ली के महापौर जयप्रकाश ने डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील की और कहा कि इससे मरीजों को परेशानी हो रही है। हालांकि, हड़ताल आज भी जारी रही।
जयप्रकाश ने मंगलवार को दो अन्य नगर निगमों के अपने समकक्षों के साथ संवाददाता सम्मेलन किया था और बाद में एक बयान में दावा किया था कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने आज डॉक्टरों का सितंबर तक बकाया वेतन, सफाई कर्मचारियों और मच्छरों की मौजूदगी वाले स्थानों की जांच करनेवाले कर्मियों का अगस्त तक का तथा नर्सों का जुलाई तक का और स्वास्थ्यकर्मियों का जून तक का बकाया वेतन जारी कर दिया।
एमसीडीसीए महासचिव मारुति सिन्हा ने मंगलवार को कहा था, ‘‘वेतन नहीं मिला है, इसलिए हमारी हड़ताल अब भी जारी है।’’
बता दें कि दिल्ली नगर निगम पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अधिकार क्षेत्र में आता है क्योंकि सभी नगर निगमों में बीजेपी के मेयर चुनाव जीतकर आए हुए हैं और यह अस्तपाल बीजीपी शासित नगर निगम के तहत आता है। दिल्ली के इस अस्पताल के चिकित्सक वेतन नहीं मिलने पर एक बार पहले भी हड़ताल पर जा चुके हैं और उस दौरान दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने कहा था कि यदि नगर निगमों के अस्पतालों को बीजेपी ठीक से संचालित करने में असमर्थन हैं तो वह दिल्ली सरकरा को सौंप दें हम उसके संचालित करेंगे।