नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित पार्टी के शीर्ष नेताओं ने उत्तर कश्मीर के बांदीपुरा में बुधवार रात आतंकवादियों के हमले में मारे गए पार्टी नेता वसीम अहमद बारी एवं मारे गये परिवार के अन्य सदस्यों को श्रद्धांजलि दी तथा कहा कि उनके बलिदान व्यर्थ नहीं जाएंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेन्द्र सिंह के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें फोनकर वसीम बारी की हत्या के बारे में जानकरी ली और परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
इससे पहले सिंह ने ट्वीट कर कहा, ‘‘हताशा और निराशा में आतंकवादी अब आसान निशाना ढूंढ रहे हैं। इस बर्बर हमले से मैं पूरी तरह हिल गया हूं।’’नड्डा ने ट्वीट कर कहा, ‘‘जम्मू एवं कश्मीर के बांदीपुरा में एक कायराना हमले में हमने शेख वसीम बारी, उनके पिता और भाई को गंवा दिया यह पार्टी के लिए बहुत बडा नुकसान है।’’
नड्डा ने परिवार वालों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि दुख की इस घड़ी में पूरी पार्टी उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि उनके बलिदान व्यर्थ नहीं जाएंगे।’’
आतंकवादियों ने भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष वसीम अहमद बारी की दुकान के बाहर रात करीब नौ बजे उन्हें गोली मार दी जिसमें उनकी मौत हो गयी। इस घटना में बारी के अलावा उनके भाई उमर और पिता बशीर अहमद की भी मौत हो गई।
Over the telephone, PM @narendramodi enquired about the gruesome killing of Wasim Bari. He also extended condolences to the family of Wasim.
— Dr Jitendra Singh (@DrJitendraSingh) July 8, 2020
भाजपा महासचिव राम माधव ने कहा कि कश्मीर घाटी के कुछ हिस्सों में भारतीय, देशभक्त और भाजपा का कार्यकर्ता होना कभी आसान नहीं होता। कई लोगों को इसके लिए जीन की कीमत चुकानी पड़ती है।
उन्होंने कहा, ‘‘कश्मीर के आतंकवाद के इतिहास में देशभक्तों और राष्ट्रवादियों के बलिदान की ताजा गाथा में वसीम बारी, उनके भाई और पिता का नाम शुमार हो गया है।’’ भाजपा के कश्मीर मामलों के प्रमुख रणनीतिकारों में शुमार माधव ने बारी और उनके परिवार के सदस्यों की हत्या के बारे में फेसबुक पोस्ट लिखा और उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि इनकी हत्या दे दर्शाती है कि कश्मीर घाटी में किन परिस्थितियों में भाजपा के कार्यकर्ता काम करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जब हम कहते हैं कश्मीर हमारा है तो हमारा ये मतलब भी होता है कि सभी कश्मीरी भी हमारे हैं। कुछ गुमराह हो गए हैं। हम उन्हें गुमराह होने से बचायेंगे। कुछ पर सरकार और सुरक्षा बलों को ध्यान देने की आवश्यकता है। ये हम उन पर छोड़ देते हैं। लेकिन बहुत हमारे और आपके जैसे हैं। उन्हें गले लगाते हैं।’’
उन्होंने भाजपा के ‘‘फीड द नीडी’’ कार्यक्रम के तहत लॉकडाउन के दौरान खाना बांटते वसीम बारी एक एक वीडियो भी साझा किया।