चीन चोरी-छिपे कर रहा राफेल की जासूसी, मिसाइल टेक्नोलॉजी भी चुराने निकला

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ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के राफेल फाइटर जेट के खिलाफ झूठा प्रोपेगेंडा फैलाने के बाद अब फ्रांसीसी फाइटर जेट के खिलाफ सात समंदर पार एक नई साजिश का खुलासा हुआ है। खुलासा ये कि चीन के जासूस ग्रीस में भी राफेल लड़ाकू विमानों की चोरी-छिपे निगरानी कर रहे थे। इस बाबत ग्रीस ने चार चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया है, जो ग्रीस के राफेल फाइटर जेट की गुपचुप तस्वीर खींच रहे थे।

जानकारी के मुताबिक, ग्रीस के टंगारा में हैलेनिक (ग्रीक) एयर फोर्स की 114 कॉम्बैट विंग में तैनात राफेल फाइटर जेट की तस्वीर ले रहे थे। जांच में पाया गया कि ये चारों चीनी नागरिक, ग्रीस की एयरोस्पेस फैक्ट्री में भी ठीक ऐसे ही फोटोग्राफी करते पाए गए थे। वहां तैनात कर्मचारियों ने चारों चीनी नागरिकों को चेतावनी देकर छोड़ दिया था, लेकिन ग्रीक एयरबेस पर फोटोग्राफी करने के आरोप में चारों चीनी नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

चारों चीनी जासूस, टूरिस्ट बनकर ग्रीस में दाखिल हुए थे। ग्रीक सुरक्षा एजेंसियां अब ये पता करने में जुटी है कि ये जासूसी का अलग मामला है या उसी रैकेट का हिस्सा है, जिसके बारे में पिछले हफ्ते फ्रांसीसी इंटेलिजेंस एजेंसी ने खुलासा किया था।

फ्रांसीसी इंटेलिजेंस एजेंसी के मुताबिक ऑपरेशन सिंदूर के बाद चीन ने एक सोची समझी साजिश के तहत भारतीय वायुसेना के राफेल फाइटर जेट के खिलाफ एक फेक नैरेटिव फैलाया था। इसके तहत चीन ने सभी देशों में तैनात अपने दूतावासों को राफेल के खिलाफ झूठा प्रचार करने का निर्देश दिया था। चीन ने इस बात का नैरेटिव फैलाया कि पाकिस्तानी वायुसेना द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले चीनी फाइटर जेट, जे-10 और जे-17 ने चीनी मिसाइल (पीएल-15) से राफेल लड़ाकू विमानों को मार गिराया है।

उधर यूक्रेन ने भी 2 चीनी जासूसों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। यूक्रेन की एजेंसियों के मुताबिक ये दोनों चीनी जासूस, एक यूक्रेनी नागरिक की मदद से यूक्रेनी नेप्चून क्रूज मिसाइल की टेक्नोलॉजी हासिल करने की कोशिश कर रहे थे। यूक्रेन के मुताबिक, ये दोनों बाप-बेटे की जोड़ी है। बेटा, स्टूडेंट बनकर यूक्रेन में पढ़ाई करने के बहाने कीव में रह रहा था। बेटे से मिलने के बहाने बाप भी कीव में आकर रहने लगा।

चीनी जासूसों का जाल किस तरह पूरी दुनिया में फैल रहा है। उसकी बानगी इटली के शहर मिलान में भी देखने को मिली। मिलान में अमेरिकी की सबसे बड़ी जांच एजेंसी एफबीआई ने एक चीनी हैकर को गिरफ्तार किया है। फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) के मुताबिक, चीन की सबसे बड़ी खुफिया एजेंसी (मिनिस्ट्री ऑफ स्टेट सिक्योरिटी) के लिए चीनी हैकर शु जेवेइ काम करता था।