उद्धव ठाकरे बोले, “देश में तानाशाही बढ़ रही है, मैं आजादी के रक्षकों से हाथ मिलाने को तैयार हूं”


महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने रविवार को कहा कि देश तानाशाही की ओर बढ़ रहा है और वह आजादी की रक्षा करने वाले किसी भी व्यक्ति से हाथ मिलाने को तैयार हैं।


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नई दिल्ली। महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने रविवार को कहा कि देश तानाशाही की ओर बढ़ रहा है और वह आजादी की रक्षा करने वाले किसी भी व्यक्ति से हाथ मिलाने को तैयार हैं। ठाकरे ने यह बात एक कार्यक्रम के दौरान कही, जहां उन्होंने पहली बार वंचित बहुजन आघाड़ी (वीबीए) के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर के साथ मंच साझा किया और उनके साथ हाथ मिलाने का संकेत दिया।

प्रकाश आंबेडकर संविधान निर्माता डॉ. बी आर आंबेडकर के पोते हैं.उद्धव ठाकरे के दादा ‘प्रबोधनकार’ केशव सीताराम ठाकरे के कार्यों को दर्शाने वाले डिजिटल प्लेटफॉर्म प्रबोधनकार डॉट कॉम को शुरू करने के मौके पर ये दोनों नेता एक साथ थे। इस अवसर पर उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘‘देश तानाशाही की ओर बढ़ रहा है। उन लोगों को बाहर फेंकने की जरूरत है जो सत्ता के लालची हैं।

मैं उन लोगों से हाथ मिलाने को तैयार हूं जो आजादी की रक्षा करना चाहते हैं। मौजूदा समय में फूट डालो और राज करो की ब्रिटिश नीति का अनुसरण किया जा रहा है।”उद्धव ठाकरे ने प्रकाश आंबेडकर को ज्ञान और जानकारी से भरपूर व्यक्ति बताया।

ठाकरे ने कहा कि वह और आंबेडकर वैचारिक रूप से एक ही मंच पर हैं और साथ काम करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम साथ नहीं आते हैं तो हमें अपने दादा का नाम लेने का कोई अधिकार नहीं है।” ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘मौजूदा समय में गाय का मांस मिलने पर पीट-पीट कर मार डाला जाता है, लेकिन बलात्कारियों और हत्यारों को बरी कर दिया जाता है और रिहाई के बाद उन्हें सम्मानित किया जाता है और चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया जाता है। यह हिंदुत्व नहीं है।” उनका इशारा बिल्किस बानो प्रकरण के सभी 11 अभियुक्तों की रिहाई की ओर था।