नई दिल्ली। संसद के दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारियों ने लोकसभा टीवी और राज्यसभा टीवी को मिलाकर संसद टीवी बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है इसके तहत भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के सेवानिवृत्त अधिकारी रवि कपूर को एक साल के लिए इसका मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया है।
लोकसभा सचिवालय से जारी परिपत्र के मुताबिक कपूर को एक मार्च से एक साल के लिए इस पद पर नियुक्त किया गया है।
परिपत्र में कहा गया, ‘‘ राज्यसभा सभापति और लोकसभा अध्यक्ष द्वारा संयुक्त रूप से राज्यसभा टीवी एवं लोकसभा टीवी को मिलाकर संसद टेलीविजन बनाने की घोषणा के परिणाम स्वरूप रवि कपूर को संविदा के आधार पर तत्काल प्रभाव से एक साल के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किया गया है।’’
सूत्रों ने बताया कि दोनों चैनलों को मिलाकर एक किया जा रहा है, लेकिन वे दो मंचों पर काम करते रहेंगे जिनमें से एक लोकसभा की कार्यवाही का सीधा प्रसारण करेगा जबकि दूसरा राज्यसभा का।
सरकार ने 1 मार्च को अपने आदेश में कहा, ‘‘सभापति, राज्यसभा और स्पीकर के संयुक्त निर्णय के परिणामस्वरूप, लोकसभा आरएसटीवी और एलएसटीवी का संसद टेलीविजन में विलय करेगी।’’ इसमें आगे कहा गया कि रवि कपूर, आईएएस (1986: असम-मेघालय) (रिटायर्ड) को तत्काल प्रभाव से एक वर्ष की अवधि के लिए या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, के लिए अनुबंध के आधार पर सीईओ के रूप में नियुक्त किया गया है।
उन्होंने बताया कि दोनों चैनलों को मिलाने से कुछ बचत होगी और इसकी वजह से कुछ कर्मचारियों की छंटनी हो सकती है।
आपको बता दें की लोकसभा टीवी को 2006 में तत्कालीन स्पीकर सोमनाथ चटर्जी ने लॉन्च किया था जबकि राज्यसभा टीवी 2011 में आया। दोनों चैनलों पर संबंधित सदन की कार्यवाही का सीधा प्रसारण होता था। इसके अलावा कई विषयों पर कार्यक्रम और चर्चाएं भी आयोजित होती थीं। साल 2019 में दोनों चैनलों के विलय को लेकर एक कमिटी का गठन किया गया था।