
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने समाज सुधारक और शिक्षाविद ईश्वर चंद्र विद्यासागर को उनकी 200 वीं जयंती पर शनिवार को श्रद्धांजलि दी और बाल विवाह की प्रथा को समाप्त करने के उनके प्रयासों को याद किया। उपराष्ट्रपति सचिवालय ने नायडू के हवाले से ट्वीट किया,“महान समाज सुधारक और शिक्षाविद ईश्वर चंद्र विद्यासागर को आज उनकी जयंती पर मेरी विनम्र श्रद्धांजलि। वे बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे और उन्हें बाल विवाह के खिलाफ आवाज उठाने और विधवा विवाह शुरु करने के लिए याद किया जाता है।
महान समाज सुधारक और शिक्षाविद ईश्वर चन्द्र विद्यासागर की जन्म जयंती पर उनको सादर नमन!
आपने बाल-विवाह रोकने और विधवा-विवाह को बढ़ावा देने के लिए आजीवन संघर्ष किया।
विद्यासागर जी को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम समाज से लैंगिक भेदभाव समाप्त करें, महिलाओं को शिक्षा और सम्मान दें। pic.twitter.com/tYZA8G2Vj7— Vice President of India (@VPSecretariat) September 26, 2020
वहीं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी शनिवार को प्रसिद्ध समाज सुधारक एवं स्वतंत्रता सेनानी ईश्वरचंद्र विद्यासागर की जयंती पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि वह बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन देने, विधवा पुनर्विवाह जैसे सामाजिक पुनर्जागरण के सूत्रधार रहे।
बिरला ने ट्वीट किया, ‘‘प्रसिद्ध समाज सुधारक, शिक्षा शास्त्री एवं स्वतंत्रता सेनानी ईश्वरचंद्र_विद्यासागर की जयंती पर नमन।’’ लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘उनके (ईश्वरचंद्र विद्यासागर) प्रयासों से बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन मिला व विधवा पुनर्विवाह कानून पारित हुआ, जिसने महिला सशक्तीकरण का मार्ग प्रशस्त किया। वह सामाजिक पुनर्जागरण के सूत्रधार रहे।’
प्रसिद्ध समाज सुधारक, शिक्षा शास्त्री एवं स्वतंत्रता सेनानी #ईश्वरचंद्र_विद्यासागर की जयंती पर नमन।
उनके प्रयासों से बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन मिला व विधवा पुनर्विवाह कानून पारित हुआ, जिसने महिला सशक्तिकरण का मार्ग प्रशस्त किया। वे सामाजिक पुनर्जागरण के सूत्रधार रहे। pic.twitter.com/gRRHjQzdoi
— Om Birla (@ombirlakota) September 26, 2020