नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर देश के वैज्ञानिकों और अनुसंधानकर्ताओं को बधाई दी और समाज में खुशहाली, उत्तम स्वास्थ्य व समृद्धि लाने के लिए उनकी सफलता की कामना की।
उपराष्ट्रपति कार्यालय की ओर से किए गए एक ट्वीट में नायडू ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पर देश के वैज्ञानिकों और अनुसंधानकर्ताओं का हार्दिक अभिनंदन करता हूं। विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अन्वेषण ही आज प्रगति के पर्याय हैं। हमारे शोधकर्ता समाज में खुशहाली, स्वास्थ्य, समृद्धि लाएं, इस दिशा में आपकी भावी सफलताओं की कामना करता हूं।’’
राष्ट्रीय टेक्नोलॉजी दिवस पर देश के वैज्ञानिकों और अनुसंधानकर्ताओं का हार्दिक अभिनंदन करता हूं। विज्ञान, टेक्नोलॉजी और इन्नोवेशन ही आज प्रगति के पर्याय हैं। हमारे शोधकर्ता समाज में खुशहाली, स्वास्थ्य, समृद्धि लाएं, इस दिशा में आपकी भावी सफलताओं की कामना करता हूं।
— Vice President of India (@VPSecretariat) May 11, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर कहा कि देश के वैज्ञानिक और अन्वेषक चुनौतिपूर्ण परिस्थितियों में पिछले साल भर से कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में कड़ी मेहनत कर अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
मोदी ने ट्वीट कर कहा, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पर हम अपने वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकी के प्रति समर्पित लोगों की कड़ी मेहनत को नमन करते हैं। कहा, आज के दिन हम गर्व से 1998 के पोखरण परमाणु परीक्षण को याद करते हैं जिसने भारत की वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकीय क्षमता का लोहा मनवाया।
On National Technology Day, we salute the hardwork and tenacity of our scientists and those passionate about technology. We remember with pride the 1998 Pokhran Tests, which demonstrated India’s scientific and technological prowess.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 11, 2021
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के वैज्ञानिक और अन्वेषक प्रत्येक चुनौती का सामना करने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले एक साल से कोविड-19 के खिलाफ उन्होंने कड़ी मेहनत की है। मैं उनकी भावना और जज्बे की सराहना करता हूं।’’
वर्ष 1998 में 11 मई के दिन ही भारत ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में दूसरा सफल परमाणु परीक्षण किया था। यह परीक्षण राजस्थान के पोखरण में किया गया था। प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत की इस उपलब्धि पर ही राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया जाता है।