
वायनाड। राहुल गांधी ने केरल सरकार से मांग की कि वो वायनाड निर्वाचन क्षेत्र को बफर जोन से हटाने के लिए केंद्र को पत्र लिखे। उन्होंने कहा है कि बफर जोन पर राज्य सरकार का रुख वायनाड वन्यजीव अभयारण्य के आसपास के लोगों की आजीविका को खतरे में डाल रहा है।
वायनाड पहुंचे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सरकार की कार्रवाई इन मेहनती लोगों को अनिश्चितता और पीड़ा के भविष्य की ओर धकेल रही है। इसको लेकर एक सुधारात्मक कार्रवाई की तुरंत जरूरत है। इसको लेकर उन्होंने ट्वीट किया।
The State Govt’s stand on buffer zone is putting at risk the livelihoods of the people around Wayanad Wildlife Sanctuary.
Govt action is pushing these hardworking people to a bleak future of uncertainty & suffering.
Corrective action is immediately needed.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 23, 2021
केरल में सत्तारूढ़ पिनाराई विजयन सरकार पर निशाना साधते हुए, राहुल गांधी ने कहा कि वह संसद में केंद्र सरकार के एक मंत्री की वायनाड को बफर जोन में तब्दील करने की घोषणा सुनकर हैरान हो गए। अगर ये लागू हो जाता है तो उनका निर्वाचन क्षेत्र रहने लायक नहीं रह जाएगा।
दरअसल, वन्यजीव अभयारण्य के लिए वायनाड निर्वाचन क्षेत्र के कुछ गांवों को बफर जोन में शामिल किया जा सकता है। इसका मतलब ये हुआ कि इस जोन में किसी भी व्यक्ति को बसने की इजाजत नहीं होगी।
इससे पहले राहुल गांधी ने सेंट जोसेफ स्कूल, मेप्पाडी में महात्मा गांधी की एक प्रतिमा का अनावरण किया, जहां उन्होंने कहा कि महात्मा द्वारा किए गए कार्यो का देश और दुनिया में सम्मान किया जाता है।
राहुल ने कहा, महात्मा और ईसा मसीह के बीच समानता है, क्योंकि दोनों ने अहिंसा के सिद्धांत पर लड़ाई लड़ी और दोनों ने लोगों के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया। महात्मा ने ईसा मसीह से मार्गदर्शन लिया।
राहुल गांधी मंगलवार को केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में कांग्रेस की एक रैली में हिस्सा लेंगे। ये रैली राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ के चुनाव अभियान की शुरुआत होगी।