साइबर हमले और डाटा धोखाधड़ी से निपटने के लिए तत्काल कार्य योजना बनाने की जरूरत : WEF


जिनेवा स्थित WEFने कहा कि कोविड-19 के चलते डिजिटल निर्भरता अभूतपूर्व रूप से बढ़ी है और इसके साथ ही साइबर जोखिमों और कमजोरियों का सामना भी हमें करना है। रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के लिए कोविड-19 के तकनीकी जोखिमों में साइबर सुरक्षा और डाटा धोखाधड़ी प्रमुख हैं।



नई दिल्ली। विश्व आर्थिक मंच (WEF) के एक अध्ययन के अनुसार कोविड-19 महामारी के चलते व्यक्ति, संगठन और वैश्विक अर्थव्यवस्था कारोबार करने के लिए इंटरनेट और डिजिटल तौर-तरीकों पर अत्यधिक निर्भर हो गए हैं और ऐसे में साइबर हमले और डाटा धोखाधड़ी से निपटने के लिए तत्काल कार्य योजना बनाने की जरूरत है।
WEF ने मंगलवार को कहा, ‘‘एक ऐसे माहौल में जहां गति ही सबकुछ है और जहां मुख्य निर्णयों में देरी का कारोबार पर बुरा असर पड़ सकता है, वहां प्रत्येक संगठन सीखने और बदलाव की सीमित क्षमता के साथ कोविड-19 का मुकाबला कर रहा है।’’

रिपोर्ट में कहा गया है कि डिजिटल दायरे में अचानक हो रहे बदलावों के साथ ही इन कंपनियों और देशों को महत्वपूर्ण प्रणालियों की संवेदनशीलता के बारे में जागरूक करना जरूरी है, जिस पर वे निर्भर हैं और जिन्हें अधिक सुरक्षित होना चाहिए। 

जिनेवा स्थित WEF ने कहा कि कोविड-19 के चलते डिजिटल निर्भरता अभूतपूर्व रूप से बढ़ी है, और इसके साथ ही साइबर जोखिमों और कमजोरियों का सामना भी हमें करना है। रिपोर्ट के  मुताबिक दुनिया के लिए कोविड-19 के तकनीकी जोखिमों में साइबर सुरक्षा और डाटा धोखाधड़ी प्रमुख हैं। 

WEF ने कहा कि उसने कारोबारियों के लिए साइबर सुरक्षा सुनिश्चित करने के पांच सिद्धान्त तैयार किए हैं। ये सिद्धान्त हैं- साइबर लचीलापन की संस्कृति को बढ़ावा देना, संगठन की महत्वपूर्ण संपत्ति और सेवाओं की सुरक्षा, संकट के दौरान और बाद में संतुलित निर्णय, नवीनतम तथा आजमाई हुई प्रतिक्रिया और व्यापार निरंतरता योजना। 

डब्ल्यूईएफ ने कहा कि ये सिद्धांत इस महत्वपूर्ण अवधि में जिम्मेदारी भरा निर्णय लेने और कार्रवाई करने के लिए एक ढांचा प्रदान करते हैं।