मनमोहन सिंह जी के साथ 35-40 मिनट की वो बैठक मेरी ज़िन्दगी के सबसे क़ीमती लम्हों में से एक है। साल था 2004, मैं दिल्ली में SABTV का प्रोड्यूसर था। उस ज़माने में हम लोग SABTV पर एक घंटे के करंट अफेयर शोज़ चलाते थे। देश के जानेमाने पत्रकार हमारे शोज़ के लिए एंकरिंग करते थे। हिन्दुस्तान टाइम्स के ग्रुप एडिटर वीर सांघवी भी एक वीकली शो के एंकर थे। हमारी टीम में असिस्टेंट प्रोड्यूसर थे, अमित गुलाटी। अमित की ज़िम्मेदारी थी। गेस्ट कोऑर्डिनेशन।
अप्रेल 2004 का आख़िरी हफ़्ता था। अमित गुलाटी ने बताया कि वीर सांघवी के शो में मनमोहन सिंह जी आ रहे हैं। दरअसल वो काफी दिन से मनमोहन सिंह जी को बुलाना चाह रहा था। लेकिन मनमोहन सिंह की तबीयत ठीक नहीं थी। इसलिए वो आ नहीं पा रहे थे। बहरहाल उस दिन वो शो की रिकार्डिंग के लिए वक्त से 40 मिनट पहले हमारे स्टूडियो पहुंच गए।
अमित और दूसरे साथियों ने मुझे बताया कि मनमोहन सिंह जी आ गए हैं और वीर के आने में अभी 30-40 मिनट बाकी हैं। मैंने कहा ठीक है तबतक मनमोहन जी को चाय नाश्ता कराओ। तो अमित बोला कि चाय नाश्ता हम भिजवा रहे हैं। लेकिन क्योंकि वो इकोनॉमिस्ट हैं और इकोनॉमिक्स हमारी समझ में नहीं आती, इसलिए उनके साथ जाकर आप ही बैठो।
बहरहाल मैं मनमोहन सिंह जी के साथ बैठ गया और उस वक्त लोकसभा चुनाव चरम पर था। इसलिए चुनावी चर्चा शुरू हो गई। ये वो वक्त था जब एनडीए का शाइनिंग इंडिया का नारा चल रहा था और ऐसा लग रहा था कि वाजपेयी जी आसानी से सरकार बना लेंगे। लेकिन हमें तो टाइम पास करना था। मैंने आने वाली सरकार को लेकर चर्चा शुरू करते हुए कहा कि अगर कोई ऐसी सिच्वेशन आ गई जिसमें एनडीए की सरकार नहीं बनी। तो अगले प्रधानमंत्री के लिए सोनिया गांधी तो अपना नाम नहीं बढ़ाएंगी, क्योंकि विदेशी मूल को लेकर विपक्ष उनको पहले ही बहुत परेशान कर चुका है। ऐसे में ज़ाहिर है कोई ऐसा चेहरा ढूंढा जायेगा जो विवादों से दूर हो। और सभी विपक्षी दल सहमत हो जायें।
मैंने कहा ऐसा चेहरा आपके अलावा कोई दूसरा मुझे तो दिखाई नहीं देता। ये सुनकर वो थोड़े घबरा से गए और बोले। “No No I am not a PM material” बहरहाल शो की रिकार्डिंग शुरू होने से पहले मैंने ये बात वीर सांघवी को बता दी। उन्होंने शो में यही सवाल पूछ लिया। और मनमोहन सिंह जी ने वही जवाब उन्हें भी दिया। इसके पंद्रह दिन बाद की ये तस्वीर है जो प्रवीण जैन की खींची हुई है। कांग्रेस हेडक्वार्टर में सबलोग उन्हें पीएम घोषित कर रहे हैं। दरअसल वो इतने सादा इंसान थे, जो ये सुनकर ही घबरा गए थे। कि क्या वो अगले पीएम बन सकते हैं।
(नौशाद अली )