World Cancer Day 2021: लाइलाज रोग माने जाना वाला ‘कैंसर’ के प्रति जागरूकता जरुरी

World Cancer Day 2021 लोगों को कैंसर के कारणों को लेकर जागरूक करने के मकसद से हर साल 4 फरवरी को वर्ल्ड कैंसर डे मनाया जाता है। लेकिन यह सिर्फ एक दिन नहीं है बल्कि कैंसर से लड़ रहे उन तमाम लोगों में नई उम्मीद पैदा करने वाला दिन है।

लोगों को कैंसर के कारणों को लेकर जागरूक करने के मकसद से हर साल 4 फरवरी को वर्ल्ड कैंसर डे मनाया जाता है। विश्व कैंसर दिवस के जरिए दुनियाभर के लोगों को कैंसर के प्रति जागरुक किया जाता है। दुनिया की सभी जानलेवा बीमारियों में कैंसर सबसे ख़तरनाक है क्योंकि कई बार इसके लक्षणों का पता ही नहीं चलता। जब इस बिमारी के होने का खुलासा होता है, तब तक काफी देर हो चुकी है और कैंसर पूरे शरीर में फैल चुका होता है। कैंसर को लाइलाज रोग माना जाता था, लेकिन हाल ही के कुछ सालों में ही कैंसर के उपचार की दिशा में क्रांतिकारी रिसर्च हुई है और अब अगर समय रहते कैंसर की पहचान कर ली जाए तो उसका उपचार किया जाना काफी हद तक संभव है।

विश्व कैंसर दिवस मनाने के पीछे क्या है कारण –
कैंसर के खतरों के बारे में आम लोगों को जागरूक करने और इसके लक्षण और बचाव के बारे में जानकारी देने के उद्देश्य से विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है. बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो ये समझते हैं कि ये बीमारी छूने से फैलती है जिसके चलते लोग कैंसर के मरीजों से अच्छा व्यवहार नहीं करते। कैंसर के संबंध में फैली गलत धारणाओं को कम करने और कैंसर मरीजों को मोटीवेट करने के लिए इस दिन को मनाया जाता है। इसके लिए सरकारी और गैर-सरकारी संघठन विश्व भर में कैंप, लेक्चर और सेमीनार का आयोजन करते हैं।

किन वजहों से होती है कैंसर –
लम्बे समय तक तंबाकू या गुटखे का सेवन करना, सिगरेट पीना, शराब पीना, लंबे समय तक रेडिएशन के संपर्क में रहना, आनुवंशिक दोष होना, शारीरिक निष्क्रियता, खराब पोषण एवं कभी-कभी मोटापा भी कैंसर होने की वजह बन सकता है।

कितने तरह का होता है कैंसर-
कैंसर कई तरह के होते हैं, लेकिन जो केस सबसे ज्यादा सामने आते हैं उनमें स्तन कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, पेट का कैंसर, ब्लड कैंसर, गले का कैंसर, गर्भाशय का कैंसर, अंडाशय का कैंसर, प्रोस्टेट (पौरुष ग्रंथि) कैंसर, मस्तिष्क का कैंसर, लिवर (यकृत) कैंसर, बोन कैंसर, मुंह का कैंसर और फेफड़ों का कैंसर शामिल है.

ये हो सकते हैं कैंसर के लक्षण
शरीर के किसी हिस्से में गांठ महसूस होना, निगलने में कठिनाई होना, पेट में लगातार दर्द बने रहना, घाव का ठीक न होना, त्वचा पर निशान पड़ जाना, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना, कफ और सीने में दर्द होना, थकान और कमजोरी महसूस होना, निप्पल में बदलाव होना, शरीर का वजन अचानक से कम या ज्यादा होना.

First Published on: February 4, 2021 11:03 AM
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