विश्व सामाजिक न्याय दिवस: समाज में व्याप्त असमानता को जड़ से समाप्त करना महत्वपूर्ण


हर वर्ष “वर्ल्ड सोशल जस्टिस डे” के लिए थीम निर्धारित की जाती है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा इस वर्ष के लिए इस दिन की थीम रखी गयी है “A Call for Social Justice in the Digital Economy” यानी “डिजिटल अर्थव्यवस्था में सामाजिक न्याय के लिए एक बुलावा”।


बबली कुमारी बबली कुमारी
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हर साल 20 फरवरी को पूरी दुनिया में विश्व सामाजिक न्याय दिवस मनाया जाता है। साल 2007 में संयुक्त राष्ट्र के द्वारा इस दिन को मनाने की सार्वजनिक रूप से घोषणा की गई थी। साल 2009 में इस दिन को पहली बार पूरे विश्व में मनाया गया था। विश्व सामाजिक न्याय दिवस के लक्ष्य को पूरा करने के लिए दुनिया के कई देश संयुक्त राष्ट्र के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। इसके अंतर्गत, गरीबी, बेरोजगारी, जाति, लिंग या धर्म के आधार पर बंटे लोगों के बीच एकजुटता लाने का काम किया जा रहा है।

हर साल दुनिया के कई देशों में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य इस दिन को अवसर के रूप में मनाया जाता है। वहीं, भारत ने भी इस ओर कई प्रभावी कदम उठाया है। भारतीय संविधान बनाने के दौरान देश में सामाजिक न्याय का प्रमुखता से ध्यान रखा गया था। वहीं, हमारे संविधान में सामाजिक दूरी को खत्म करने के लिए भी कई प्रावधान मौजूद हैं। बता दें कि भारत सरकार भी संयुक्त राष्ट्र के साथ मिलकर इन सामाजिक मुद्दों को खत्म करने की ओर प्रभावी कदम उठा रही है।

आज के समय में दुनिया में लोगों के बीच किसी ना किसी वजह से भेदभाव पैदा हो रहा है। इसी वजह से लोग एक दूसरे से उचित दूरी भी बना रहे हैं। ऐसे में कई लोगों को भारी परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है। दुनिया में इस तरह की बुराइयों को खत्म कर लोगों में एकजुटता लाने के लिए हर साल विश्व सामाजिक न्याय दिवस मनाया जाता है।

विश्व सामाजिक न्याय दिवस का महत्व

आधुनिक समय में दौरान विश्व सामाजिक न्याय दिवस का महत्व और बढ़ गया है। समाज में यह जागरूकता फैलाने की जरूरत है कि सभी एक हैं और किसी में भी कोई भेदभाव नहीं देखना चाहिए। भारत सरकार भी कई योजनाएं चला रही हैं। इसके अंतर्गत लोगों को समान अधिकार देने की कोशिश की जा रही है। साथ ही समाज में व्याप्त असमानता को जड़ से समाप्त करना है। इससे समस्त समाज को एकसाथ विकास होगा।

ये है वर्ष 2021 की थीम
हर वर्ष “वर्ल्ड सोशल जस्टिस डे” के लिए थीम निर्धारित की जाती है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा इस वर्ष के लिए इस दिन की थीम रखी गयी है “A Call for Social Justice in the Digital Economy” यानी “डिजिटल अर्थव्यवस्था में सामाजिक न्याय के लिए एक बुलावा”।

विश्व सामाजिक न्याय दिवस पर कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दी शुभकामनाएं-