
नई दिल्ली। साहित्य अकादेमी में आज तमिल पुस्तक प्रदर्शनी का शुभारंभ हुआ, जिसका उद्घाटन प्रख्यात तमिल लेखक एवं पत्रकार मालन ने किया। रवींद्र भवन के प्रथम तल पर आयोजित इस प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि यह राजधानी में रह रहे तमिल प्रेमी पाठकों एवं विद्यार्थियों के लिए एक बड़ा अवसर है कि वे साहित्य अकादेमी जो कि एशिया में साहित्य प्रकाशित करने वाली सबसे बड़ी संस्थाओं में से एक है, से प्रकाशित और अनूदित साहित्य को एक मंच पर प्राप्त कर सकेंगे।
अन्य भारतीय भाषाओं में अनूदित तमिल साहित्य को पढ़कर पाठक तमिल साहित्य की विविधता को भी महसूस कर सकेंगे। उन्होंने साहित्य अकादेमी द्वारा इस तरह की पहली प्रदर्शनी के लिए बधाई देते हुए कहा कि इससे साहित्य अकादेमी के प्रकाशन विभिन्न भाषाओं के पाठकों तक पहुँच सकेंगे।
प्रदर्शनी के उद्घाटन से पहले मालन का स्वागत करते हुए साहित्य अकादेमी के सचिव के. श्रीनिवासराव ने कहा कि दिल्ली हर मायने में एक सर्वदेशीय शहर है और यहां देश के हर क्षेत्र संस्कृति और भाषा के लोगों की संख्या काफी है। हालांकि दिल्ली में कई साहित्यिक संस्थान हैं लेकिन अपनी मातृभाषा में पुस्तकों के लिए सभी को वर्षभर दिल्ली पुस्तक मेले का इंतजार करना होता है।
साहित्य अकादेमी इस निर्भरता को कम करने के लिए इस तरह की विभिन्न भारतीय भाषाओं की एकल पुस्तक प्रदर्शनियों की शृंखला शुरू कर रही है जिससे दिल्ली में रह रहे विभिन्न भारतीय भाषाओं के पुस्तक प्रेमियों को उनकी पसंद का साहित्य समय-समय पर उपलब्ध कराया जा सके।
ज्ञात हो कि इस प्रदर्शनी में तमिल और अन्य भारतीय भाषाओं में तमिल से अनूदित पुस्तकों को प्रदर्शित किया जा रहा है। अपनी तरह की इस पहली पुस्तक प्रदर्शनी में लगभग 600 पुस्तकें प्रदर्शित हैं। 24 अगस्त तक चलने वाली यह प्रदर्शनी प्रतिदिन सुबह 10 बजे से सायं 6 बजे तक खुली रहेगी। पुस्तकों पर विशेष छूट की व्यवस्था भी है।
इस प्रदर्शनी के दौरान प्रख्यात तमिल लेखकों पर वृत्तचित्रों का प्रदर्शन भी सायं 4 बजे किया जाएगा। जिन लेखकों पर वृत्तचित्र प्रदर्शित किए जाएंगे उनके नाम हैं- पोन्नीलम, नील पद्मनाभन, डी.जयकांतन एवं सुब्रमण्यम भारती।