IND VS AUS: गाबा में भारत ने रचा इतिहास, भारतीय क्रिकेट टीम को बधाईयों का लगा तांता


शुभमन गिल और ऋषभ पंत की आकर्षक अर्धशतकीय पारियों के दम पर भारत ने चौथे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच में तीन विकेट से ऐतिहासिक जीत दर्ज करके श्रृंखला अपने नाम करने के साथ आस्ट्रेलिया की गाबा में 32 वर्षों से चली आ रही बादशाहत भी खत्म कर दी।


मंज़ूर अहमद मंज़ूर अहमद
खेल Updated On :

ब्रिसबेन । आस्ट्रेलिया के गाबा में भारतीय क्रिकेट टीम ने इतिहास रच दिया है। भारतीय क्रिकेट टीम ने आस्ट्रेलिया की गाबा में 32 वर्षों से चली आ रही बादशाहत भी खत्म करतो हुए बोर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरिज अपने नाम कर लिया है।

भारतीय टीम की इस जीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, एनसीपी नेता शरप पवार, क्रिकेटर विराट कोहली, सचिन तेंदुलकर सहित कई राजनीतिक दलों और खेल जगत की हस्तियों ने भारत की इस ऐतिहासिक जीत पर बधाई दी है।

पीएम ने दी बधाई

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को भारतीय क्रिकेट टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिसबेन में खेले गये चौथे और अंतिम टेस्ट मैच में तीन विकेट की शानदार जीत के लिए बधाई दी।

मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ऑस्टेलिया में भारतीय टीम की सफलता से हम सभी बहुत उत्साहित हैं। पूरे मैच के दौरान उनका प्रदर्शन ऊर्जा और जुनून से लबरेज रहा। उनकी इच्छाशक्ति, दृढ़ता और संकल्प उत्कृष्ट रहा। टीम इंडिया को बधाई। भविष्य के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं।’’
वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट कर भारतीय क्रिकेट टीम को बधाई दी।

गृहमंत्री ने कहा, ” ऐतिहासिक श्रृंखला जीत दर्ज करने के लिए भारतीय क्रिकेट टीम को सलाम। संपूर्ण राष्ट्र को आपकी उल्लेखनीय उपलब्धि पर गर्व है। अच्छा खेला टीम इंडिया! ” ।

एनसीपी नेता शरद पवार ने भी भारतीय क्रिकेट टीम को बधाई दी। उन्होेंने कहा, ” इस शानदार जीत के लिए #TeamIndia को बधाई!
भारतीय क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक क्षण के रूप में भारत ने 32 साल के बाद गाबा, ब्रिस्बेन में टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलियाई टीम को हराया। बहुत बढ़िया!”।

इस जीत के बाद पैरटर्निटी अवकाश पर चल रहे विराट कोहली ने भी बधाई दी। उन्होंने लिखा “एक जीत क्या है !!! Yessssss। एडिलेड के बाद जिन लोगों ने हम पर शक किया, उन सभी को खड़े होकर नोटिस लेना चाहिए। अनुकरणीय प्रदर्शन लेकिन धैर्य और दृढ़ संकल्प पूरे रास्ते हमारे लिए गतिरोध था। अच्छी तरह से सभी लड़कों और प्रबंधन के लिए किया। इस ऐतिहासिक करतब का आनंद लें। चियर्स।

बता दें कि अपने दो युवा बल्लेबाजों शुभमन गिल और ऋषभ पंत की आकर्षक अर्धशतकीय पारियों के दम पर भारत ने चौथे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच में तीन विकेट से ऐतिहासिक जीत दर्ज करके श्रृंखला अपने नाम कर लिया है।

भारत ने एडीलेड में पहला टेस्ट मैच गंवाने के बाद शानदार वापसी की और आस्ट्रेलिया को उसकी सरजमीं पर लगातार दूसरी बार श्रृंखला में 2-1 से हराकर बोर्डर-गावस्कर ट्राफी अपने पास बरकरार रखी। भारत ने यह जीत तब दर्ज की जबकि उसके कई शीर्ष खिलाड़ी चोटिल होने या अन्य कारणों से टीम में नहीं थे।

शुभमन गिल शतक से चूक गये लेकिन उन्होंने 91 रन की प्रवाहमय पारी खेली जबकि पंत ने आक्रामकता और रक्षण की अच्छी मिसाल पेश करके नाबाद 89 रन बनाये। भारत के सामने 328 रन का लक्ष्य था और उसने सात विकेट पर 329 रन बनाकर गाबा में अपनी पहली जीत दर्ज की।

इन सबके बीच चेतेश्वर पुजारा की 211 गेंदों पर खेली गयी 56 रन की पारी खेलकर फिर से अपना जुझारूपन दिखाया। उन्होंने अपने इन दोनों युवा साथियों को खुलकर खेलने का मौका दिया। पुजारा ने गिल के साथ 240 गेंदों पर 114 और पंत के साथ 141 गेंदों पर 61 रन की उपयोगी साझेदारियां की।

आस्ट्रेलिया ने गाबा में आखिरी टेस्ट मैच 1988 में वेस्टइंडीज के खिलाफ गंवाया था। इसके बाद से उसे इस मैदान पर कभी हार नहीं मिली।

आस्ट्रेलिया ने नयी गेंद से पुजारा और मयंक अग्रवाल (नौ) के विकेट लिये लेकिन पंत ने दूसरे छोर से रन बनाने जारी रखे और वाशिंगटन सुंदर (22) ने उनका पूरा साथ दिया। आस्ट्रेलियाई खेमे में हताशा साफ नजर आ रही थी।

कप्तान अजिंक्य रहाणे (24) ने सकारात्मक अंदाज में बल्लेबाजी की। उन्होंने लियोन पर मिडविकेट क्षेत्र में छक्का भी जमाया लेकिन पैट कमिन्स (55 रन देकर चार) की कोण लेती गेंद पर उहापोह में उन्होंने विकेट के पीछे आसान कैच दे दिया।

मैन आफ द मैच पंत को अग्रवाल से पहले भेजने का मतलब साफ था कि भारत जीतने का प्रयास करेगा। तीसरे सत्र में कुछ समय तक संभलकर खेलने के बाद उन्होंने हाथ खोलने शुरू किये। लियोन के एक ओवर में चूकने के बाद अगले ओवर में उन्होंने गेंद छह रन के लिये भेजी।

पुजारा ने 196 गेंदों में अपना 28वां अर्धशतक पूरा किया जो उनका सबसे धीमा पचासा भी है लेकिन आस्ट्रेलिया ने 80 ओवर के बाद नयी गेंद ली और कमिन्स ने दूसरी गेंद पर ही भारतीय दीवार को पगबाधा आउट कर दिया। पुजारा ने डीआरएस भी लिया लेकिन रीप्ले से लगा कि गेंद गिल्ली पर लगती और अंपायर ब्रूक्स ऑक्सनफोर्ड का फैसला बना रहा।

अपनी पारी के दौरान टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम पारियों में 1000 रन पूरे करने वाले भारतीय विकेटकीपर बने पंत ने लियोन के सामने सतर्कता बरती लेकिन पुजारा के पवेलियन लौटने के बाद खूबसूरत ड्राइव से स्कोर बोर्ड चलायमान कर दिया और फिर अपना तीसरा अर्धशतक पूरा किया।

इस मैच में मध्यक्रम के बल्लेबाज के रूप में खेल रहे अग्रवाल नयी गेंद के सामने ज्यादा देर तक नहीं टिक पाये। सुंदर फिर से दृढ़ इरादों के साथ क्रीज पर उतरे थे और पंत के साथ उनकी साझेदारी महत्वपूर्ण साबित हुई।