
पिथौरागढ। अगर आप पहाड़ों और एडवेंचर के शौक़ीन हैं ये खबर आपको कुछ मायूस कर सकती है। दरअसल, हिमालयी क्षेत्र में स्थित घास के मैदानों का संरक्षण करने के लिए वन विभाग ने जिले में ऐसे मैदानों में रात को रूकने, तंबू लगाने और कैंप फायर के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।
जिले के उप प्रभागीय वन अधिकारी नवीन पंत ने बताया कि घास के मैदानों में रात में रूकने, कैंपिंग करने और कैंप फायर के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के अलावा वहां दिन के दौरान जाने वाले लोगों की संख्या को भी 200 तक सीमित कर दिया गया है।
इस कवायद की शुरूआत मुनस्यारी वन रेंज में 3500 मीटर की उंचाई पर स्थित खलिया बुग्याल से कर दी गयी है। पंत ने कहा कि यह कदम हिमालयी बुग्यालों को संरक्षित करने की द्रष्टि से उठाया गया है क्योंकि इस प्रकार की मानवीय गतिविधियों से मिट्टी को नुकसान पहुंचता है और वहां प्रदूषण भी होता है ।