अमित शाह अगले महीने बिहार के दौरे पर आएंगे, भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने दी जानकारी

बिहार में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सत्ता से बाहर होने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अगले महीने राज्य के अपने पहले दौरे पर आएंगे।

पटना। बिहार में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सत्ता से बाहर होने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अगले महीने राज्य के अपने पहले दौरे पर आएंगे। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने सोमवार को यह जानकारी दीपटना, 29 अगस्त (भाषा) बिहार में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सत्ता से बाहर होने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अगले महीने राज्य के अपने पहले दौरे पर आएंगे। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने सोमवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि पार्टी के प्रमुख रणनीतिकार माने जाने वाले शाह 23-24 सितंबर को बिहार के सीमांचल क्षेत्र का दौरा करेंगे, जो एक मुस्लिम बहुल इलाका है और पड़ोसी देश बांग्लादेश के करीब है।

भाजपा नेता ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “माननीय गृह मंत्री अपने दो दिवसीय कार्यक्रम के तहत पूर्णिया और किशनगंज जिलों का दौरा करेंगे। पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत के कार्यक्रम के अलावा उनकी जनसभाएं भी निर्धारित हैं।”

पिछले महीने भाजपा के साथ अपना गठबंधन तोड़ने वाली मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, “भाजपा के सत्ता से बाहर होने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की पहली बिहार यात्रा के लिए चुनी गई जगह से परिलक्षित होता है कि पार्टी की राजनीति सांप्रदायिक तनाव पर टिकी हुई है। हालांकि, इससे उसे कोई फायदा नहीं होने वाला है।”

जदयू ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और वामदलों के साथ मिलकर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाई है। पार्टी नेता कुशवाहा ने कहा कि बिहार में सांप्रदायिकता को भुनाने की भाजपा की योजना उसी तरह से नाकाम हो जाएगी, जैसे पिछले साल विधानसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में हुई थी।

उन्होंने बताया कि पार्टी के प्रमुख रणनीतिकार माने जाने वाले शाह 23-24 सितंबर को बिहार के सीमांचल क्षेत्र का दौरा करेंगे, जो एक मुस्लिम बहुल इलाका है और पड़ोसी देश बांग्लादेश के करीब है।

भाजपा नेता ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “माननीय गृह मंत्री अपने दो दिवसीय कार्यक्रम के तहत पूर्णिया और किशनगंज जिलों का दौरा करेंगे। पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत के कार्यक्रम के अलावा उनकी जनसभाएं भी निर्धारित हैं।”

पिछले महीने भाजपा के साथ अपना गठबंधन तोड़ने वाली मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, “भाजपा के सत्ता से बाहर होने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की पहली बिहार यात्रा के लिए चुनी गई जगह से परिलक्षित होता है कि पार्टी की राजनीति सांप्रदायिक तनाव पर टिकी हुई है। हालांकि, इससे उसे कोई फायदा नहीं होने वाला है।”

जदयू ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और वामदलों के साथ मिलकर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाई है। पार्टी नेता कुशवाहा ने कहा कि बिहार में सांप्रदायिकता को भुनाने की भाजपा की योजना उसी तरह से नाकाम हो जाएगी, जैसे पिछले साल विधानसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में हुई थी।

First Published on: August 29, 2022 4:48 PM
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