चिराग पासवान के दही-चूड़ा भोज में शामिल हुए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान


दही-चूड़ा भोज में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के शामिल होने पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हमने विनम्रतापूर्वक राज्यपाल को दही चूड़ा कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया था। मैं उनका आभारी हूं कि उन्होंने इस निमंत्रण को स्वीकार किया।


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बिहार Updated On :

लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की ओर से पटना स्थित कार्यालय में मकर संक्रांति (Makar Sankranti) पर मंगलवार (14 जनवरी) को दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया गया है। इसमें एनडीए के तमाम नेता शामिल हुए। उनके अलावा प्रदेश के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान भी दही-चूड़ा भोज में शामिल हुए। उन्होंने पूरे देश और प्रदेश को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दीं। मीडिया से बातचीत के दौरान राज्यपाल ने कहा कि मकर संक्रांति बहुत ही सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है हमारी जिंदगी में इसका बहुत अच्छा असर पड़े, ऐसी मेरी कामना है।

वहीं जब उनसे पूछा गया कि वक्फ बोर्ड की तरफ से दावा किया जा रहा है कि उनकी जमीन पर कुंभ का आयोजन हो रहा है। इस सवाल के जवाब पर राज्यपाल ने कहा कि इन सब बातों में मैं नहीं पड़ता, जो अच्छी बातें हैं वो पॉजिटिव रखिए।

इसके साथ ही राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने सभी को महाकुंभ की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बताया कि वे खुद महाकुंभ के कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए तीन दिनों के लिए जाने वाले हैं। तीन धार्मिक नेताओं ने उन्हें महाकुंभ में आने के लिए आमंत्रित किया है। वे इस भव्य समागम में तीन दिन बिताएंगे। राज्यपाल से पूछा गया कि बिहार का दही-चूड़ा कैसा लगा इस पर उन्होंने कहा कि बहुत शानदार लगा।

दही-चूड़ा भोज में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के शामिल होने पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हमने विनम्रतापूर्वक राज्यपाल को दही चूड़ा कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया था। मैं उनका आभारी हूं कि उन्होंने इस निमंत्रण को स्वीकार किया। मेरे परिवार की इच्छा थी कि राज्यपाल भी दही-चूड़ा कार्यक्रम में आएं। क्योंकि उनसे पुराने संबंध रहे हैं। मेरे पिता के साथ उन्होंने मंत्रिमंडल में काम भी किया। महाकुंभ को लेकर कहा कि हम सभी को जाना चाहिए। अब यह अवसर 144 साल बाद ही मिलेगा। किसी भी भारतीय को यह अवसर नहीं छोड़ना चाहिए।



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