
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी विश्वासपात्र आरसीपी सिंह को रविवार को जनता दल (यूनाइटेड) का नया अध्यक्ष चुन लिया गया।
एक वरिष्ठ नेता ने पीटीआई-भाषा को बताया कि कुमार ने पार्टी के शीर्ष पद के लिए सिंह के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान अन्य सदस्यों ने अनुमोदन किया।
2019 में तीन वर्ष के लिए जदयू के फिर से अध्यक्ष चुने गए मुख्यमंत्री कुमार ने राज्यसभा में अपने नेता सिंह के लिए अपना पद त्याग दिया। नौकरशाह से राजनेता बने सिंह अब तक क्षेत्रीय पार्टी के महासचिव थे।
अरुणाचल प्रदेश में जदयू के सात में से छह विधायकों के भाजपा में चले जाने के बाद देश की राजनीतिक स्थिति से जुड़े मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए पार्टी अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित कर रही है।
कौन हैं आरसीपी सिंह
आरसीपी सिंह का पूरा नाम रामचंद्र प्रसाद सिंह है। वे बिहार से जेडीयू कोटे से राज्यसभा सांसद हैं। नीतीश के जिले नालंदा के रहने वाले आरसीपी सिंह पहले यूपी कैडर में आईएएस अफसर थे और नीतीश सरकार में प्रिंसिपल सेक्रेटरी रह चुके हैं।
62 वर्षीय आरसीपी सिंह वे अवधिया कुर्मी जाति से आते हैं. नीतीश के जिले नालंदा के मुस्तफापुर के रहने वाले हैं। सिविल सर्विस के दौरान आरसीपी सिंह यूपी सरकार में काफी अहम विभागों में काम कर चुके हैं।
उन्हें नीतीश का खास माना जाता है। बिहार में नीतीश सरकार के साथ वे पहले प्रिंसिपल सेक्रेटरी के रूप में जुड़े. फिर सियासत में आए और अब जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए हैं।
बता दें, बिहार चुनाव के समय सीटों का बंटवारे और प्रत्याशियों के चयन को लेकर CM नीतीश कुमार आरसीपी सिंह पर सबसे ज्यादा भरोसा करते थे। आरसीपी सिंह पिछले दो बार से राज्यसभा के सदस्य हैं। वह पहली बार 2010 में राज्यसभा गए थे और उसके बाद 2016 में फिर से उन्हें नीतीश कुमार ने भेजा था।