सीएम नीतीश कुमार के पाला बदलने के कयासों पर विराम


बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मंत्री नीरज कुमार बबलू कहते हैं कि एनडीए एक है, एक था और एक ही रहेगा। एनडीए में ऑल इज वेल है और शायद इसे देखते हुए ही आरजेडी में बेचैनी है।


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बिहार Updated On :

पटना। बिहार में सियासी हलचल के बीच सीएम नीतीश कुमार के पाला बदलने के कयासों पर विराम तब लग गया जब मुख्यमंत्री ने शनिवार को खुले तौर पर कहा कि अब वह एनडीए में ही रहेंगे। एनडीए में इस बात को लेकर सहमति बन गई है कि लालू यादव के बयान के बाद एनडीए नेताओ और कार्यकर्ताओं में कोई भ्रम ना फैले जिससे आने वाले विधानसभा चुनाव में एनडीए के 225 के दावे को कोई नुकसान हो। इसके पहले ही इस बयान से उपजे भ्रम को खत्म किया जाए और शुरुआत एनडीए ने कर दी है और दावा किया जा रहा है कि एनडीए में ऑल इज वेल है। इसको लेकर खास प्लान भी तैयार कर लिया गया है। अब एनडीए के नेता संयुक्त रूप से बिहार का दौरा करने की तैयारी में हैं।

इस बीच जेडीयू के वरिष्ठ नेता और मंत्री मदन सहनी ने पूरे दावे के साथ कहा कि एनडीए एकजुट है और आरजेडी अपने पार्टी के भगदड़ को रोकने के लिए ऐसा बयान दे रहा है। मदन सहनी कहते हैं कि आरजेडी को पता चल गया है उपचुनाव परिणाम के बाद से की अब उसकी दाल नहीं गलने वाली है और उनकी पार्टी से लेकर गठबंधन तक में बेचैनी है। लालू यादव अनुभवी नेता हैं और उन्होंने इस भांप लिया है कि नीतीश कुमार के एनडीए में मजबूती के साथ रहने से उनकी हार सुनिश्चित है। यही कारण है कि इसे रोकने के लिए उन्होंने नीतीश जी को लेकर बयान दे दिया।

वहीं, जेडीयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा कहते हैं कि लालू प्रसाद समझदार नेता हैं, उन्हें पता है कि किसी को ऑफर बोल कर नहीं दिया जाता है। लेकिन, उन्होंने मीडिया में आकर ये बयान दे साबित कर दिया कि नीतीश कुमार बिहार के साथ साथ देश की सियासत में क्या महत्व रखते हैं। हालांकि, उन्हें इस बात का एहसास भी होगा कि नीतीश कुमार उनके किसी भी ऑफर को स्वीकार नहीं करने वाले हैं। एनडीए पूरी तरह से एकजुट है और आगे भी रहेगा। एनडीए की इसी एकजुटता से वो (लालू यादव) परेशान हैं।

दरअसल, एनडीए के लिए ये बेहद जरूरी है कि लालू यादव के बयान के बाद जो राजनीतिक हलचल हुई है उससे आने वाले विधानसभा चुनाव के पहले भ्रम और ना बढ़ जाए, इसे तत्काल रोका जाए। उपचुनाव में प्रदर्शन के बाद एनडीए में जो उत्साह भरा था उसे खत्म करने की यह कोशिश हो सकती है। लेकिन, लालू यादव जिस कद के नेता हैं उनके बयान को हल्के में लेने की भूल ना तो जेडीयू करेगी और ना ही बीजेपी। यही वजह है कि एनडीए के नेता आक्रामक हो गए हैं।

बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मंत्री नीरज कुमार बबलू कहते हैं कि एनडीए एक है, एक था और एक ही रहेगा। एनडीए में ऑल इज वेल है और शायद इसे देखते हुए ही आरजेडी में बेचैनी है और लालू यादव जंतर मंतर का बयान दे रहे हैं, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं होगा। नीतीश जी की अगुवाई में एनडीए शानदार काम कर रहा है और डबल इंजन की सरकार बिहार के विकास के लिए पूरी मजबूती से काम कर रही है। खास बात यह कि बिहार की जनता भी यही चाहती है।

वहीं, दूसरी तरफ आरजेडी लालू यादव के बयान के बाद एनडीए में मची हलचल को शांत नहीं होने देना चाहती है। राजद के नेता एनडीए में आपसी वर्चस्व की लड़ाई बता एनडीए में भगदड़ का दावा कर रहे हैं। आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद कहते हैं कि बिहार की जनता सब देख रही है, और जिस तरह से अमित शाह ने नीतीश जी को लेकर चुप्पी साधी है, वहीं डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने अटल बिहारी के बहाने बीजेपी की मंशा जताई है, उससे बीजेपी का मंसूबा सामने आ गया है। इसी से बेचैन होकर एनडीए एकजुटता की दुहाई दे रहा है।

बहरहाल, सियासत है सियासत में कब क्या हो जाए कोई नहीं जानता, लेकिन इसी सब के बीच 15 जनवरी से एनडीए के बड़े नेता बिहार का संयुक्त दौरा करने की तैयारी को अंतिम रूप देने में लगे हैं, ताकि इस भ्रम को जल्दी से जल्दी तोड़ा जाए।



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