बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में मवेशी चोरी के शक में ग्रामीणों ने एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर दी जबकि अन्य पांच घटना में घायल हुए हैं। पुलिस ने मामले में केस दर्ज करते हुए इसकी जांच शुरू कर दी है। ASP ने बताया कि घटना में शामिल अन्य आरोपियों की भी पहचान की जा रही है। जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतिभा पांडेय ने शनिवार को यहां बताया कि जिले के गौरेला थाना क्षेत्र के अंतर्गत साल्हेघोरी गांव में ग्रामीणों ने मवेशी (भैंस) चोरी के आरोप में सूरत बंजारा (45 वर्ष) को कथित रूप से पीट पीटकर मार डाला। इस मामले में पुलिस ने अभी तक छह लोगों को गिरफ्तार किया है।
पांडेय ने बताया कि इस महीने की 26 तारीख की रात गौरेला थाना क्षेत्र से चार भैंस लेकर मध्यप्रदेश जा रहे दो युवकों को साल्हेघोरी गांव के जंगल में स्थानीय ग्रामीणों ने पकड़ लिया। ग्रामीणों ने युवकों पर मवेशी चोरी का आरोप लगाया और उनकी पिटाई शुरू कर दी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि देर रात युवकों की पिटाई करने के बाद उन्हें गांव के सामुदायिक भवन में बंद कर दिया गया। अगली सुबह 27 मई को घटना की जानकारी मिलने के बाद युवकों के चार अन्य परिजन वहां पहुंचे, तब ग्रामीणों ने उनके परिजनों की भी पिटाई शुरू कर दी।
उन्होंने बताया कि इस दौरान सूरत बंजारा की मौके पर मौत हो गई। मृतक सहित सभी पीड़ित मध्यप्रदेश के अमरकंटक थाना क्षेत्र के मेढ़हाखार गांव के निवासी हैं। पांडेय ने बताया कि जब घटना की जानकारी पुलिस को मिली तब पुलिस दल ने अन्य लोगों को ग्रामीणों से मुक्त कराया।
उन्होंने बताया कि घटना में घायल पांच लोगों को गौरेला के सेनेटोरियम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में एक की हालत गंभीर है। अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पीड़ितों का बयान दर्ज कर घटना में शामिल लोगों को हिरासत में लिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इस मामले में अभी तक जनपद सदस्य सुखराम भैना, सालहेघोरी गांव के सरपंच पुरुषोत्तम बैगा, पूर्व सरपंच कृष्ण कुमार बैगा, सौरभ कुमार बैगा, धर्म सिंह बैगा और रामकरण यादव को गिरफ्तार किया गया है।