
जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने राजस्थान पुलिस के एक कांस्टेबल को मंगलवार को दस लाख रुपये की कथित रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। वहीं इस मामले में संलिप्त थाना प्रभारी फरार हो गया है।
ब्यूरो के महानिदेशक बीएल सोनी ने बताया कि कानपुर के हरदीप सिंह ने शिकायत की थी कि श्रीगंगानगर शहर के जवाहर नगर पुलिस थाने में तैनात कांस्टेबल नरेश चंद मीणा उसे नशीले पदार्थों के कारोबार के मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर रिश्वत मांग रहा है।
ब्यूरो की जोधपुर इकाई की टीम ने मंगलवार को आरोपी कांस्टेबल नरेश चंद मीणा को जयपुर के एक होटल में रिश्वत 10 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
सोनी ने बताया कि रिश्वत की राशि जवाहर नगर थाने के थानाधिकारी, पुलिस निरीक्षक राजेश सिहाग के निर्देश पर लेने की पुष्टि होने के बाद ब्यूरो की एक टीम वहां भेजी गई। भनक लगने पर थानाधिकारी सिहाग फरार हो गया जिसकी तलाश की जा रही है।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार कांस्टेबल मीणा थाना प्रभारी सिहाग का रीडर है। ब्यूरो की टीम गिरफ्तार मीणा से पूछताछ कर रही है और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। मीणा ने एनडीपीएस एक्ट में फंसाने की धमकी दी और 15 लाख रुपये पहले ही बतौर रिश्चत ले चुका है।
एक अन्य मामले में ब्यूरो ने चौमूं के परिवहन निरीक्षक जगदीश नारायण मीणा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज किया है। ब्यूरो की टीम मीणा के पैतृक निवास और अन्य ठिकानों पर तलाशी ले रही है।