कोरोना रिपोर्ट है निगेटिव तभी कर सकेंगे सबरीमाला तीर्थयात्रा

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कोच्चि। केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर में कोरोना महामारी के बीच अगले महीने शुरु होने जा रही वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए अदालत द्वारा नियुक्त अधिकारी ने कतार लगने से रोकने, बच्चों और बुजुर्गों की यात्रा पर रोक लगाने के साथ-साथ श्रद्धालुओं के लिए कोविड निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य करने की सिफारिश की है। सबरीमाला मंदिर में भगवान अयप्पा मंदिर को 16 अक्टूबर को श्रद्धालुओं के लिए खोला जाएगा।

कोरोना महामारी  के चलते लगाए गए लॉकडाउन के तहत सबरीमाला मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। केरल हाई कोर्ट में दाखिल अपनी रिपोर्ट में सबरीमाला विशेष आयुक्त एम मनोज ने कहा कि 16 नवंबर से शुरू हो रहे तीर्थ सत्र के दौरान भीड़ प्रबंधन को लेकर खतरा है जब दो महीने की अवधि में लाखों लोग पहाड़ी पर स्थित तीर्थ स्थल पहुंचेंगे।

रिपोर्ट में उन्होंने कहा कि इस खतरे से बचने के लिए अधिकारियों को दुकानों, होटलों, पेयजल आपूर्ति, शौचालय और कर्मचारियों के निवास में स्वच्छता सुनिश्चित करनी चाहिए। हाल में दाखिल रिपोर्ट में कोविड-19 जांच रिपोर्ट में संक्रमणमुक्त होने के प्रमाण पत्र को अनिवार्य करने का सुझाव दिया गया है।

अधिकारी ने हाईकोर्ट में सिफारिश में कहा है कि तीर्थ यात्रा के दौरान हर साल की तरह लंबी लाइनें न लगने दी जाएं, बच्चों और बुजुर्गों की तीर्थ यात्रा पर इस साल रोक लगाई जाए, साथ ही श्रद्धालुओं के लिए कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य किया जाए।