भिवंडी हादसे में मृतकों की संख्या 25 पहुंची, घायलों का चल रहा इलाज

ठाणे। महाराष्ट्र में ठाणे से करीब दस किलोमीटर दूर भिवंडी में तीन मंजिला इमारत के गिरने के हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है। इस हादसे में 11 बच्चों की भी मौत हुई है जिनकी उम्र 2 से 15 साल के बीच है। मलबे से जिन्दा बचाये गए लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। मंगलवार को ठाणे के प्रभारी मंत्री एकनाथ शिंदे ने घटनास्थल का दौरा किया था और प्रत्येक मृतक के परिवार को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की थी। इमारत गिरने के मामले में नगर निकाय के दो अधिकारियों को निलंबित किया गया है और इमारत के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस के अनुसार, अभी तब मलबे से 25 लोगों को जिंदा निकाला जा चुका है। बता दें कि 43 वर्ष पुरानी जिलानी नाम की इमारत में 40 फ्लैट थे और करीब 150 लोग यहां रहते थे। धमनकर नाका के पास पटेल कम्पाउंड में इमारत जिस वक्त गिरी, उस समय लोग सो रहे थे। NDRF और ठाणे आपदा मोचन बल (TDRF) के कर्मी मौके पर मौजूद हैं और राहत व बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। अधिकारियों के अनुसार, यह इमारत भिवंडी-निजामपुर नगर निगम की जर्जर इमारतों की सूची में शामिल नहीं थी।

भिवंडी के पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे ने बताया कि इमारत गिरने के बाद नगर निकाय के अधिकारियों की शिकायत पर इमारत के मालिक सैय्यद अहमद जिलानी के खिलाफ IPC की धारा-337,338, 304 (2) के तहत FIR दर्ज की गई है। ठाणे के प्रभारी मंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने मामले में दो वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित किया है। एक जांच समिति का गठन किया गया है, जिसमें दो सहायक नगर योजनाकार (टाउन प्लैनर) शामिल हैं।

नगर निकाय के अनुसार, इमारत के लोगों को कथित अनियमितताओं के लिए 2019 और इस साल फरवरी में नोटिस भेजे थे लेकिन किराया कम होने की वजह से लोगों ने घर खाली नहीं किए। महाराष्ट्र के पुनर्वास मंत्री विजय वाडेट्टीवार ने कहा कि भिवंडी में अनधिकृत और जीर्ण-शीर्ण इमारतों का मुद्दा बहुत गंभीर है और राज्य मंत्रिमंडल में इस पर चर्चा की जाएगी।

 

First Published on: September 23, 2020 11:16 AM
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