अकादमिक उपलब्धियों के साथ जीवन जीने की कला भी बेहद अहम : प्रो. रमा

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दिल्ली Updated On :

नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज में कल से प्रारंभ हो रहे नए सत्र के नवागंतुक विद्यार्थियों हेतु परिचय सत्र का आयोजन किया गया। प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए आयोजित इस ओरिएंटेशन कार्यक्रम के अवसर पर विद्यार्थियों को कॉलेज के इतिहास, परंपरा के साथ ही यहाँ संचालित होने वाले पाठ्यक्रमों और उसके विविध पक्षों से परिचित कराया गया।

प्रारम्भ में कॉलेज की प्राचार्या प्रो. रमा ने नए वर्ष के विद्यार्थियों को कॉलेज जीवन के महत्व, उसके सार्थक उपयोग, दृष्टि निर्माण के लिए जरुरी तत्वों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को अनुशासन, मर्यादा और जीवन जीने की कला के साथ अकादमिक उत्कर्ष के लिए सतत सचेत रहने तथा अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कठिन परिश्रम और लगन के साथ जुटे रहने का आह्वान किया।

कॉलेज की उप-प्राचार्या प्रो. विजय रानी पालीवाल ने नवागंतुक विद्यार्थियों को कॉलेज की संरचनाओं, सुविधाओं एवं विविध समितियों तथा प्रकोष्ठों से परिचय करवाया। उन्होंने कॉलेज में शोध, नवाचार, अकादमिक नियमावली से जुड़े पक्षों को भी साझा किया साथ ही कॉलेज के अकादमिक वातावरण और उसकी विशेषताओं के बारे में जानकारी दी।

अकादमिक प्रस्तुति के माध्यम से अर्थशास्त्र विभाग के डॉ. अनिमेष नस्कर ने नए सत्र के प्रश्न-पत्रों, पाठ्यक्रमों और उसकी शर्तों आदि को बड़े ही प्रभावशाली एवं रोचक ढंग से प्रस्तुत किया। यह प्रस्तुति विद्यार्थियों के लिए अगले सत्र की योजना बनाने की दृष्टि से बेहद उपयोगी रहा। इसके साथ ही गैर शैक्षिक गतिविधियों से जुड़ी समितियों की संयोजिका वैशाली वर्मा ने कॉलेज की सांस्कृतिक गतिविधयों एवं साठ से अधिक कॉलेज की समितियों के बारे में विस्तार से बताया जबकि खेलकूद सम्बन्धी सुविधाओं और शर्तों से सबंधित प्रस्तुति शारीरिक विज्ञानं विभाग की डॉ. रचना शर्मा ने दिया। उन्होंने हंसराज कॉलेज की खेलकूद से सम्बंधित उपलब्धियों को भी सामने रखा।

कॉलेज के मनोविज्ञान सलाहकार रेचल और महक ने विद्यार्थियों को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया तथा किसी भी तरह के मानसिक दबाव, तनाव या अवसाद की स्थिति में उनसे संपर्क कर अपनी समस्याओं को खुलकर बताने का आह्वान किया। उन्होंने आश्वस्त किया कि आपकी मनोवैज्ञानिक समस्याओं एवं उलझनों को सुलझाने के लिए हम सदैव आपके साथ

कार्यक्रम का आरम्भ दिल्ली विश्वविद्यालय कुलगीत एवं डीएवी गान से हुआ जबकि अंत में कार्यक्रम संयोजिका वैशाली वर्मा ने सबका धन्यवाद ज्ञापन किया।



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