नई दिल्ली। कोविड-19 के हालात के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी होने से बहुत बड़ी त्रासदी हो सकती है, इन हालात से निबटने के लिए राष्ट्रीय योजना की आवश्यकता है।
वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में केजरीवाल ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी के कारण लोग बहुत अधिक पीड़ा में हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री से हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि वह मुख्यमंत्रियों को निर्देश दें ताकि दिल्ली तक ऑक्सीजन टैंकरों की सुगम आवाजाही सुनिश्चित हो सके।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें इस संकट से निपटने के लिए राष्ट्रीय योजना की जरूरत है।’’
प्रधानमंत्री से ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाने का अनुरोध करते हुए केजरीवाल ने कहा, ‘‘केंद्र को सेना के जरिए सभी ऑक्सीजन संयंत्रों को अपने अधीन लेना चाहिए और ऑक्सीजन के हर ट्रक के साथ सेना का वाहन चलना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ओडिशा और पश्चिम बंगाल से दिल्ली आने वाली ऑक्सीजन आपूर्ति या तो हवाई मार्ग से लाई जानी चाहिए या केंद्र द्वारा शुरू की गई ऑक्सीजन एक्सप्रेस के माध्यम से मंगाई जानी चाहिए।’’
राज्य और केंद्र सरकार को अलग-अलग कीमतों पर टीके मिलने के विषय को बैठक में उठाते हुए केजरीवाल ने कहा कि राज्य सरकारों को कोविड-19 के टीके केंद्र सरकार के समान कीमतों पर ही मिलने चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कोविड-19 से सर्वाधिक प्रभावित 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ शुक्रवार को बैठक की।
इसमें महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, केरल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और दिल्ली के मुख्यमंत्रियों ने भाग लिया।
प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंस से देश के प्रमुख ऑक्सीजन उत्पादकों के साथ भी बैठक करेंगे।
इस बीच केंद्र सरकार के सूत्रों ने आरोप लगाया, ‘‘केजरीवाल ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों की पूरी बैठक का इस्तेमाल राजनीति करने में किया।’’
केंद्र के एक सूत्र ने कहा, ‘‘उन्होंने ऑक्सीजन हवाई मार्ग से मंगाने का विषय उठाया, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि ऐसा किया जा रहा है। उन्होंने रेलवे द्वारा संचालित ऑक्सीजन एक्सप्रेस के बारे में बात की लेकिन रेलवे के सूत्रों ने कहा कि उन्होंने इस बारे में रेलवे को कुछ नहीं बताया। उन्हें पता है कि केंद्र टीके की एक भी खुराक अपने पास नहीं रखता और राज्यों से ही साझा करता है, लेकिन उन्होंने टीकों के दाम पर भी झूठ फैलाया। सभी मुख्यमंत्रियों ने इस बारे में बात की कि वे हालात में सुधार के लिए क्या कर रहे हैं। हालांकि केजरीवाल के पास इस बारे में बोलने के लिए कुछ नहीं है कि वह क्या कर रहे हैं?’’