
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को गोवा के अपने समकक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि भाउसाहेब बंदोडकर, जैक डी सेक्वेरा और मनोहर पर्रिकर जैसे गोवा के कद्दावर राजनेताओं की तुलना मौजूदा नेताओं से करना अपमान की बात है, जिन्हें ‘‘थोक’’ में खरीदा-बेचा जा रहा है।
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता एवं ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को गोवा के राजनेताओं को ‘‘तीसरे दर्जे’’ का बताया था, जिसकी गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कड़ी आलोचना की थी और इस बयान को प्रदेश दिग्गज नेताओं दिवंगत पर्रिकर और सेक्वेरा का ‘‘अपमान’’ करार दिया था।
सावंत ने ट्वीट किया था, ‘‘ आप (आम आदमी पार्टी) हमेशा से ही प्रदर्शन कर और नाटक करके सस्ती राजनीति करती है, लेकिन गोवावासियों को तीसरे दर्जे का नेता कहना भाउसाहेब बंदोडकर, जैक सेक्वेरा, मनोहर भाई पर्रिकर, राजेंद्र अर्लेकर या श्रीपद भाउ नाइक जैसे भूमिपुत्रों का अपमान है।’’
AAP has always indulged in cheap politics through constant protests & theatrics. But to say Goans are thrid class politicians, is an insult to great sons-of-the-soil like Bhausaheb Bandodkar, Jack Sequeira, Manohar Bhai Parrikar, Rajendra Arlekar or Shripad Bhau Naik. 1/2
— Dr. Pramod Sawant (@DrPramodPSawant) July 26, 2021
इसके जवाब में केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘ प्रमोद, इतने दिग्गज राजनेताओं की तुलना आप मौजूदा राजनेताओं से करके उनका अपमान कर रहे हैं। मौजूदा भाजपा ना ही भाउसाहेब बंदोडकर जितनी महान हैं, ना उनमें डॉ. जैक सेक्वेरा जितनी ईमानदारी है और ना ही मनोहर पर्रिकर जैसा दृष्टिकोण।’’
Pramodbab, by comparing present set of politicians to such political greats, you are insulting them. Current BJP neither has the greatness of Bhausaheb Bandodkar, integrity of Dr. Jack Sequeira or vision of Manohar Parrikar.
1/2 https://t.co/9bJ3MLVi57— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) July 27, 2021
आप के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा, ‘‘ विधायकों की इस तरह खरीद-फरोख्त कर भाउसाहेब बंदोडकर का अपमान किया गया। डॉ. जैक सेक्वेरा ने गोवा को खरिदते एवं बिकते देखने के लिए लोगों के मताधिकार की लड़ाई नहीं लड़ी थी। मनोहर पर्रिकर ने अथक प्रयास इसलिए नहीं किए ताकि कांग्रेस विधायकों को थोक में खरीदते हुए देखें।’’
दिवंगत पर्रिकर ने रक्षा मंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दी। सिक्वेरा गोवा के एक प्रमुख राजनेता थे और उन्हें व्यापक रूप से जनमत सर्वेक्षण का जनक माना जाता है, जिसके कारण 1987 में पूर्व केंद्र शासित प्रदेश को राज्य का दर्जा मिला। बंदोडकर गोवा के पहले मुख्यमंत्री थे।
जैन ने गोवा के अपने समकक्ष नीलेश कैब्राल के साथ सार्वजनिक बहस करते हुए कहा कि गोवा के नेता ‘‘तीसरे दर्जे’’ के हैं और जनता से अपील की थी कि उन्होंने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में ‘‘पहले दर्जे’’ के नेताओं को चुने।