नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल सरकार की शिक्षा को प्राथमिकता देने का नतीजा है कि आज एजुकेशन वर्ल्ड की रैंकिंग में भारत के शीर्ष 10 में से 5 स्कूल दिल्ली सरकार के है। इस साल एजुकेशन वर्ल्ड रैंकिंग में पहले व दूसरे स्थान पर केजरीवाल सरकार के स्कूल शामिल है तथा दो स्कूलों नौवां तो एक ने दसवां स्थान प्राप्त किया है। दिल्ली के टीम एजुकेशन की इस उपलब्धि को बताते हुए गुरुवार को उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि केजरीवाल जी ने अपने स्कूल प्रिंसिपल्स पर भरोसा दिखाया, उन्हें शानदार ट्रेनिंग व सुविधाएं उपलब्ध करवाई और इसी भरोसे के दम पर दिल्ली सरकार के स्कूल आज देश के टॉप 10 स्कूलों में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के नेतृत्त्व में जब दिल्ली ने करके दिखाया है कि सरकारी स्कूल टॉप स्कूलों में शामिल हो सकते है तो देश का हर राज्य भी यह कर सकता है। उन्होंने साझा किया कि हमने पिछले कुछ सालों में शून्य से 5 तक का सफ़र किया है और अब हमारा सपना है कि आने वाले समय में देश के टॉप 10 स्कूलों की लिस्ट में सारे नाम दिल्ली सरकार के स्कूलों के हो,जब दुनिया के टॉप स्कूलों की लिस्ट बने तो उसमें सारे स्कूल भारत के हो।
ज्ञात हो कि प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एजुकेशन वर्ल्ड रैंकिंग में टॉप आने वाले केजरीवाल सरकार के पांचों स्कूलों के स्कूलों प्रमुख शामिल रहे और उन्होंने मीडिया को बताया कि उन्होंने अपने स्कूलों में पढ़ने-पढ़ाने के ऐसे कौन से तरीके अपनाए, कैसा वातावरण तैयार किया जिससे उनके स्कूल देश के टॉप 10 सरकारी स्कूलों में शामिल हुए है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि दिल्ली में पिछले 7 सालों में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के नेतृत्त्व में शिक्षा में शानदार काम हुए है। यही कारण है कि आज दिल्ली सरकार के स्कूल देश व दुनिया के एजुकेशन सिस्टम में अपनी जगह बना रहे है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी के मार्गदर्शन मे दिल्ली सरकार के स्कूलों को शानदार बनाया गया, शिक्षकों को विश्वस्तरीय ट्रेनिंग दी गई एक्सपोज़र दिया गया। हमारे शिक्षक जिस सम्मान के हकदार है उन्हें उससे सम्मानित किया गया। शिक्षकों की समस्याओं को दूर किया गया। इसी का नतीजा है और मुझे बताते हुए ख़ुशी हो रही है कि इस साल एजुकेशन वर्ल्ड द्वारा जारी रैंकिंग में टॉप 10 में दिल्ली सरकार के 5 स्कूल शामिल है।
एजुकेशन वर्ल्ड रैंकिंग में दिल्ली सरकार के स्कूलों के शीर्ष पर आने की ख़ुशी जताते हुए श्री सिसोदिया ने कहा कि यह अरविंद केजरीवाल जी और पूरे टीम एजुकेशन के इए गर्व की बात है। और यह केवल हमारी उपलब्धि नहीं है यह उपलब्धि दिल्ली सरकार के स्कूलों के सभी स्कूल प्रमुखों, हमारे 60,000 शिक्षकों तथा लाखों बच्चों व पेरेंट्स की उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि हमारे ये टॉप 5 स्कूल दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों के सरकारी स्कूल है और इनमे 2 स्कूल तो पूर्वी दिल्ली के है जिनकी स्थिति पहले बहुत ज्यादा खराब हुआ करती थी।
शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी का यह विज़न है कि भारत दुनिया का नंबर.1 देश बने और इसका एकमात्र रास्ता है कि हमारा देश शिक्षा के क्षेत्र में नंबर.1 बने। उन्होंने कहा कि आज यदि गूगल पर वर्ल्ड के टॉप स्कूल या शिक्षण संस्थानों की लिस्ट देखी जाए तो उसमें भारत का एक भी संस्थान शामिल नहीं होता है। यह स्थिति ऐसे देश की है जहाँ के टैलेंट का पूरी दुनिया में लोहा माना जाता था और हम विश्वगुरु कहलाते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं है क्योंकि आज हमारा एजुकेशन सिस्टम का स्थान दुनिया के बहुत से देशों से नीचे है और अपने एजुकेशन सिस्टम को ऊपर लाये बिना हम दोबारा विश्वगुरु नहीं बन सकते, दुनिया का नंबर.1 देश नहीं बन सकते। हम विश्वगुरु केवल अपने एजुकेशन सिस्टम के दम पर ही बनेंगे।
सिसोदिया ने कहा कि हमने पिछले कुछ सालों में शून्य से 5 तक का सफ़र किया है और अब हमारा सपना है कि अब जब भी देश के टॉप 10 स्कूलों की लिस्ट बने तो उसमें सारे नाम दिल्ली सरकार के स्कूलों के ही हो। और जब दुनिया के टॉप स्कूलों की लिस्ट बने तो उसमें सारे स्कूल भारत के हो। उन्होंने कहा कि दिल्ली ने करके दिखाया है कि सरकारी स्कूल टॉप स्कूलों में शामिल हो सकते है तो देश का हर राज्य भी यह कर सकता है।
उन्होंने कहा कि आज दिल्ली सरकार के स्कूल देश के टॉप स्कूलों में इसलिए शामिल है क्योंकि हमने अपने स्कूल प्रमुखों पर भरोसा दिखाया। इन्हें अरविंद केजरीवाल केजरीवाल जी के नेतृत्त्व में आईआईएम में लीडरशिप ट्रेनिंग दी गई, कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में अंतराष्ट्रीय एक्सपोज़र दिया गया।और इसका नतीजा है कि दिल्ली सरकार के स्कूल टॉप 10 में शामिल है।
केजरीवाल सरकार के कौन-से 5 स्कूल एजुकेशन वर्ल्ड की रैंकिंग में टॉप 10 में शामिल
- राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय, द्वारका सेक्टर-10 – पहला स्थान
- राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय, यमुना विहार – दूसरा स्थान
- राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय, रोहिणी सेक्टर-11 नौवां स्थान
- राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय, द्वारका सेक्टर-5- नौवां स्थान
- राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय, सूरजमल विहार- दसवां स्थान
आइए जाने केजरीवाल सरकार के स्कूलों के इन प्रधानाधयापकों ने ऐसा क्या किया जिससे इनके स्कूल देश के टॉप स्कूलों में हुए शामिल
1.डॉ. राजपाल सिंह, प्रिंसिपल- राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय, सूरजमल विहार ने इस साल एजुकेशन वर्ल्ड रैंकिंग में 10वां स्थान प्राप्त किया है। इसपर राजपाल ने कहा कि 2015 से हमारे स्कूल का बोर्ड के रिजल्ट में बच्चों के मार्क्स का औसत 80% से अधिक रहा है। हमारे बच्चों को मिले एक्सपोज़र का नतीजा है कि 2017 में उन्होंने मोस्को में एक ओलंपियाड में भाग लिया और केमेस्ट्री में मेडल जीता। यह पहली बार था जब दिल्ली सरकार के स्कूल की कोई टीम विश्वस्तर की प्रतियोगिता में जीतकर आई। उन्होंने बताया कि जेईई व नीट की परीक्षा में हर साल हमारे स्कूल के 70 में से 20 से 25 बच्चे क्वालीफाई कर रहे है। साथ ही इस साल हमारे स्कूल से निकले एक पूर्व छात्र ने यूपीएसई की परीक्षा पास कर आईएफएस रैंक प्राप्त की है।
राजपाल ने बताया कि पिछले 2 सालों से उनके स्कूल के बच्चे भारत के सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक किशोर वैज्ञानिक परीक्षा में चयनित हो रहे है। हम अपने स्कूल में सर्वे किया तो पाया कि लगभग 100 बच्चे 1 कमरे के मकान में रहते है, उनकी पढाई बाधित न हो इसके लिए हम उन्हें स्कूल की छुट्टी के बाद शाम 6 बजे तक स्कूल की लाइब्रेरी का एक्सेस देते है। इससे इन बच्चों के प्रदर्शन में शानदार सुधार देखने को मिला। साथ ही हमने बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर भी काम किया क्योंकि स्वस्थ तन-मन के साथ ही बच्चे बेहतर ढंग से पढ़ाई पर फोकस कर सकते है। हमारे स्कूल से निकले बच्चे इसरो में काम कर रहे है।
2. डॉ. अतुल कुमार, प्रिंसिपल- राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय, द्वारका सेक्टर-10 के प्रधानाचार्य अतुल कुमार जी का स्कूल लगातार 4 सालों से इस रैंकिंग में पहले पहले स्थान पर आ रहा है। उन्होंने कहा कि कोई भी काम करने के लिए आत्मबल का होना बेहद जरुरी है। 2015 से पहले तक हम विभाग में काम तो कर रहे थे लेकिन मोटिवेटेड नहीं थे लेकिन शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया जी ने शिक्षा के प्रति अपने लगाव से हमें मोटिवेट किया। आईआईएम जैसे संस्थाओं की ट्रेनिंग के बाद हमारे अंदर यह आत्मविश्वास आया कि हम बहुत कुछ कर सकते है। हमने यहां से लीडरशिप स्किल्स सीखी और उसे अपने टीचर्स में भी Rd डालने का प्रयास किया। इस स्कूल में पिछली बार बोर्ड परीक्षाओं में हर बच्चे का औसत 500 में से 450.9 रहा।
अतुल कुमार ने बताया कि हमने अपने स्कूल में बच्चों के लिए सकारात्मक माहौल तैयार किया। हम स्कूल के पहले एक सप्ताह में पढ़ाने के बजाय बच्चों को पूरी तरह से जानने का प्रयास करते हुए उनकी जरुरत के अनुरूप अपने टीचिंग प्रोग्राम को बनाते है। उन्होंने बताया कि इसका नतीजा रहा कि उनके स्कूल के विद्यार्थी श्याम कौशिक व मोहम्मद फैज ने जेईई मेंस में 456वां व 600वां रैंक प्राप्त किया है और इनमें से एक के पिता प्लम्बर है तो दुसरे के पिता प्राइवेट जॉब करते है। इसके अलावा अन्य बच्चों ने भी अकेडमिक में शानदार प्रदर्शन किया है।
3. एच.आर.शर्मा, प्रिंसिपल- राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय, द्वारका सेक्टर-5 के प्रधानाचार्य ने कहा कि एक बच्चे के सर्वांगीन विकास और उसकी पूरी शिक्षा में टीचर व पेरेंट्स का बहुत बड़ा योगदान होता है। हमने अपने स्कूल में इन तीनों को साथ जोड़ने का काम किया,बच्चों के पेरेंट्स को उनके एजुकेशन के प्रति जागरूक किया। इससे बच्चों का अपने भविष्य को लेकर विज़न साफ़ हो गया, उन्होंने शानदार प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। इसी का नतीजा है कि आज हमारा स्कूल भारत में नौवें नंबर पर है। उन्होंने बताया कि उनके स्कूल से बेहद सामान्य परिवारों से ताल्लुक रखने वाले कई बच्चों ने इस साल जेईई मेंस में शानदार प्रदर्शन किया है। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि सरकार की मदद के द्वारा हम गरीब परिवारों के बच्चों की मदद कर पा रहे है और उन्हें बेहतर भविष्य दे रहे है।
4. विपिन शर्मा, प्रिंसिपल- राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय, रोहिणी सेक्टर-11 ने इस साल रैंकिंग में 9वां स्थान प्राप्त किया है। स्कूल के प्रधानाचार्य विपिन शर्मा ने बताया कि हम स्कूल में बच्चों की जरुरत को समझते हुए उनपर काम करते है। साथ ही मैंने विभिन्न फॉरेन एक्सपोज़र व ट्रेनिंग से मिली लर्निंग को अपने शिक्षकों के साथ साझा किया और उन्हें स्वायत्ता दी। स्कूल के सभी शिक्षकों में स्कूल को लेकर ओनरशिप की भावना है। इसका नतीजा रहा कि हमारे बच्चों ने शानदार प्रदर्शन करना शुरू किया। स्कूल के रिजल्ट शानदार रहे। उन्होंने बताया कि पिछले साल उनके स्कूल की एक छात्रा ने नीट परीक्षा में आल-इंडिया 11वां रैंक प्राप्त किया साथ ही अन्य बहुत से बच्चों ने नीट व जेईई की परीक्षा पास की। हमारा बोर्ड का रिजल्ट भी साल दर साल शानदार होता गया।
5. हरीश कुमार, प्रिंसिपल- राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय, यमुना विहार ने इस साल रैंकिंग में 9वीं स्थान से छलांग लगाते हुए दूसरा स्थान हासिल किया है। इसपर प्रधानाचार्य हरीश कुमार ने कहा कि आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढने वाले बच्चों के पेरेंट्स को यह विश्वास हो गया है कि हमारे बच्चे सही हाथों में है और दिल्ली सरकार के स्कूल में उनका भविष्य सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि हमने अपने स्कूल में हमने पढ़ाने के लिए बहुत से अनूठे तरीकों को अपनाया साथ ही स्टूडेंट काउंसिल के द्वारा बच्चों को विभिन्न गतिविधियों में शामिल किया। स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों के लिए भी बच्चों को पूरा सपोर्ट किया जाता है। यही कारण है कि लगातार काई सालों से स्कूल के नतीजे शानदार आने लगे है, स्पोर्ट्स व अन्य को-करिकुलर गतिविधियों में बच्चे शानदार प्रदर्शन कर रहे है। और एजुकेशन वर्ल्ड-रैंकिंग में हमारे स्कूल की रैंकिंग 9वें से दूसरे स्थान पर आ गई है।