राजधानी कालेज में दिवाली मेला ‘लोकउत्सव’


इस आयोजन में ‘भारतीय सांस्कृतिक विरासत एवं धरोहर’ को ‘श्री राम सेतु कथा’ के माध्यम परिलक्षित किया गया। श्री राम के जीवन की परिचायक यह कथाएं अत्यंत प्रेरणा स्रोत हैं।


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दिल्ली Updated On :

नई दिल्ली। सांस्कृतिक समिति राजधानी महाविद्यालय दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा दिनांक 21 अक्टूबर 2022 को दिवाली मेला ‘लोकउत्सव’ का बहुत हर्षोल्लास के साथ आयोजन किया गया। इस आयोजन में ‘भारतीय सांस्कृतिक विरासत एवं धरोहर’ को ‘श्री राम सेतु कथा’ के माध्यम परिलक्षित किया गया। श्री राम के जीवन की परिचायक यह कथाएं अत्यंत प्रेरणा स्रोत हैं।

कार्यक्रम के शुभारंभ से पहले महाविद्यालय के हर्बल गार्डन में तुलसी के पौधे को लगाया गया जिसके पश्चात दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ जिसमें प्राचार्य प्रोफेसर राजेश गिरी के साथ मुख्य अतिथि दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रॉक्टर प्रोफेसर रजनी अब्बी, राजधानी महाविद्यालय शासकीय संकाय के अध्यक्ष  सचिन कुमार, संकाय सदस्य प्रोफेसर प्रतिभा एम लूथरा, राजेश त्रिवेदी , सांस्कृतिक समिति के संयोजक  सफीकुल आलम तथा तथा महाविद्यालय के सभी शिक्षकगण उपस्थित रहे।

सांस्कृतिक समिति किस संगीत इकाई ‘रूबायत’ द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई जिसके पश्चात प्राचार्य प्रोफेसर राजेश गिरी द्वारा सभी का स्वागत किया गया तथा उन्होंने अपने वक्तव्य में आज के परिपेक्ष्य में भारतीय संस्कृति विशेषकर श्रीराम के जीवन की प्रेरणादायक प्रसंग के महत्व को उजागर किया। प्रोफेसर रजनी अब्बी तथा अन्य गणमान्य उपस्थित अतिथि द्वारा सभी को दीपावली की शुभकामनाएं दी गई तथा दिवाली मेला के इस आयोजन पर कॉलेज को बधाई दी।

समिति के संयोजक सफीकुल आलम द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया तथा कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की गई जिसमें गड़वा, भांगड़ा, गिद्दा, कालबेलिया तथा अन्य प्रस्तुतियों के बारे में बताया गया। फैशन इकाई ‘पन्हास’ द्वारा फैशन के माध्यम से ‘नवरात्रा, दशहरा एवं दिपावली’ के थीम पर प्रस्तुति की गई। संगीत बैंड का कार्यक्रम रिवायत द्वारा प्रस्तुत किया गया

लोक उत्सव कार्यक्रम सभी ने पूरे उल्लास तथा प्रसन्नता से मनाया तथा सभी की उपस्थिति ने आयोजन को सफल बनाया जिस में अंतत: ढोल बाजन ने सभी को आनंदित कर दिया। दीपों का यह पर्व सभी के लिए शुभ हो।