महात्मा गांधी के सिद्धान्तों पर आधारित महात्मा पुरस्कार अच्छी पहल : किरण बेदी


नई दिल्ली। इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में महात्मा पुरस्कार सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अितथि पुडुचेरी की पूर्व उपराज्यपाल डॉ. किरण बेदी, महात्मा पुरस्कार के संस्थापक अमित सचदेवा और नागरिक फाउंडेशन, एसडीजी चौपाल के चेयरमैन एवं संस्थापक दीपक द्विवेदी समेत अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित हुए।

कार्यक्रम में सामाजिक कार्यों, कोरोना काल में मानवीय कार्यों को करने लिए महात्मा पुरस्कार से 68 व्यक्तियों एवं संस्थानों को सम्मानित किया गया।
अमित सचदेवा का उद्देश्य महात्मा अवार्ड को एक वैश्विक आन्दोलन बनाना है और साथ ही साथ महात्मा गांधी के सिद्धांतों और विचारों का विश्व में प्रचार करना है।

महात्मा गांधी 2021 पुरस्कार से व्यक्तिगत श्रेणी में हर्ष मारीवाला, राधिका भारत राम, नीरजा बिरला, प्रमोद कपूर, उर्वशी बुटालीया, योगेन्द्र कुमार सपरू, डॉक्टर फ़राह उसमानी, डॉक्टर दुरु शाह, एस फारूक, सुमन मिंडा, शेखर मेहता, अनुराग चौहान, जितेंदेर पाल शैंटी और देवेंद्रपाल सिंह को सम्मानित किया गया। और संस्थानो और संगठनों के श्रेणी में ऐक्शन एड, अक्षएपत्रा फ़ाउंडेशन, ऑक्सफ़ेम, यूनाइटेड नेशन फंड फ़ोर पॉप्युलेशन, वर्ल्ड वाइल्ड्लायफ़ फंड, टाटा स्ट्राइव, जॉन्सन एंड जॉन्सन, बर्कलेय बैंक, केडेन्स डिज़ाइन, युफ़्लेक्स, अंतर्राष्ट्रीय अम्बेडकर सेंटर, टेक महिन्द्रा फ़ाउंडेशन अन्य इत्यादि को सम्मान से नवाजा गया।

मुख्य अतिथि पूर्व उपराज्यपाल डॉक्टर किरण बेदी ने कहा कि महात्मा गांधी के सिद्धान्तों पर आधारित महात्मा अवार्ड एक बहुत अच्छी पहल है और इसके लिए उन्होंने महात्मा अवार्ड सम्मान के संस्थापक अमित सचदेवा को बधाई दी। उन्होंने राजश्री बिरला और आदित्य बिरला ग्रुप का महात्मा पुरस्कार का सहयोग करने के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि आदित्य बिरला ग्रुप कई दशकों से महात्मा गांधी जी के साथ जुड़ा है और महात्मा अवार्ड जैसी हर अच्छी पहल को प्रोत्साहित करता रहता है।

महात्मा अवार्ड की प्रविष्टियों के चयन का निर्णय प्रतिवर्ष उच्चस्तरीय विशिष्ट निर्णायक समिति द्वारा किया जाता है। चयन प्रक्रिया के अंतर्गत प्रतिवर्ष देश में गांधी जी के विचार एवं आदर्शों के अनुसार रचनात्मक कार्य करने वाली संस्थाओं, स्वतंत्रता संग्राम सैनिकों, समीक्षकों, समाजशास्त्रियों, बुद्धिजीवियों, समाज सेवकों, सामाजिक उत्तरदायित्व, सामाजिक स्थिरता और यूनाइटेड नेशन द्वारा निर्धारित 17 संधारणीय विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को मध्यनज़र रखकर किया जाता है।