नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बीच पुलिस, डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ वे योद्धा बन गए हैं जो लोगों को अपनी जान पर खेलकर उन्हें जीवनदान दे रहे हैं। दो दिन पहले एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमे एक महिला पुलिस वालों से सिर्फ इस बात पर अभद्रता करती है कि पुलिस ने उसे मास्क नहीं लगाने पर टोका और चालान भरने को कहा। इसके बाद महिला ने पुलिस को क्या-क्या कहा उसे आप वीडियो में सुन सकते हैं। ये बात अलग है गिरफ्तारी के बाद पति-पत्नी के सुर जरूर बदल गए।
जब भी जरुरत होती है तो लोग पुलिस के पास जाते हैं। कई ऐसी घटनाएं भी सामने आयी हैं जहां पुलिस लोगों को उनके घर खाना लेकर गई तो कइयों को रेलवे स्टेशन पहुंचाया। एक ऐसा ही मामला दिल्ली में भी सामने आया है जहां पुलिस की तत्परता से अस्पताल में भर्ती 235 की जान बचाई जा सकी। पुलिस ने उन अस्पतालों को भी ऑक्सीजन सिलिंडर भिजवाए, जहां ऑक्सीजन की कमी थी।
इनमें 10 ऑक्सीजन सिलिंडर सरोज अस्पताल, 15 अग्रसेन हॉस्पिटल, 5 सिलिंडर आईएलबीएस वसंत कुंज, 10 सिलिंडर फोर्टिस अस्पताल भिजवाए गए। इस वक्त देश में दिल्ली कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा पीड़ित है। यहां भी महाराष्ट्र की तरह बेड और ऑक्सीजन की कमी हो रही है। सोमवार रात को पश्चिम विहार के एक्शन बालाजी अस्पताल में 200 से ज्यादा पीड़ितों की जान ऑक्सीजन की कमी के चलते मुश्किल में थी, लेकिन अस्पताल प्रशासन और पुलिस की फुर्ती से इस मामले को समय रहते सुलझा लिया गया।
दरअसल, इस अस्पताल में सोमवार रात ऑक्सजीन की पूर्ति हो पाने के पहले ही जो ऑक्सीजन थी, वो खत्म होने के स्तर पर थी। कोरोना से पीड़ित 235 मरीजों की जान मुश्किल में थी। अस्पताल के लिक्विड गैस टैंक में ऑक्सीजन खत्म होने को थी। अस्पताल प्रशासन ने दिल्ली पुलिस को जानकारी दी कि उनके ऑक्सीजन से भरे 2 टैंकर ग्रेटर नोएडा के परी चौक और फरीदाबाद में फंसे हैं। उन्हें नाइट कर्फ्यू में आने में दिक्कत हो रही है।
एक टैंकर में 14,000 लीटर जबकि दूसरे टैंकर में 5,500 लीटर ऑक्सीजन है। जानकारी मिलते ही दिल्ली पुलिस ने तुरंत टैंकरों का पता लगाया और उन्हें जल्द से जल्द गंतव्य पर पहुंचाने के लिए दोनों टैंकरों को ग्रीन कॉरिडोर दिया और टैंकर बहुत जल्दी अस्पताल पहुंच गए। इस तरह कोरोना से गंभीर रूप से पीड़ित 235 मरीजों की जान बच गई।
इसके बाद पुलिस ने उन अस्पतालों को भी ऑक्सीजन सिलिंडर भिजवाए, जहां ऑक्सीजन की कमी थी। इनमें 10 ऑक्सीजन सिलिंडर सरोज अस्पताल, 15 अग्रसेन हॉस्पिटल, 5 सिलिंडर आईएलबीएस वसंत कुंज, 10 सिलिंडर फोर्टिस अस्पताल भिजवाए गए।