पिछले हफ्ते अस्पताल में जीवनरक्षक गैस की भारी किल्लत के कारण संकट पैदा हो गया था। अस्पताल ने कहा कि उसके पास 4,500 घन मीटर ऑक्सीजन है जो रात 8:30 बजे तक चल सकती है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें 27 अप्रैल को सुबह छह बजे दो टन तरलीकृत चिकित्सीय ऑक्सीजन मिली। कल हमें 10 टन तरलीकृत चिकित्सीय ऑक्सीजन से भरा एक टैंकर मिला था। पिछले कुछ दिनों के मुकाबले अब हम बेहतर स्थिति में हैं और हम उम्मीद करते हैं कि हालात बेहतर रहेंगे।’’
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे 1.5 टन गैस भेजी।
अस्पताल को हर रोज 11,000 घन मीटर तरलीकृत ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है और हर दिन 10,000 घन मीटर ऑक्सीजन की खपत होती है।
अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के कारण शुक्रवार को 25 मरीजों की कथित तौर पर मौत हो गई थी।
राष्ट्रीय राजधानी के कई अस्पताल दिल्ली सरकार और पुलिस की मदद से ऑक्सीजन की आपात आपूर्ति मिलने के बाद भी रविवार तक चिकित्सीय ऑक्सीजन की भारी कमी का सामना कर रहे थे।
इस संकट के कारण कुछ अस्पतालों ने मरीजों को भर्ती करना बंद कर दिया था।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के बीच समन्वय के कारण अस्पतालों से आने वाले जीवन रक्षा संदेशों (एसओएस) की संख्या कम हो गई है।
नई दिल्ली। दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल को मंगलवार को 3.5 टन चिकित्सीय ऑक्सीजन मिली और अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों की तुलना में अब स्थिति बेहतर है।