
नई दिल्ली। दिल्ली के चिड़िया घर में एक सफेद बाघिन तथा उसके एक शावक की प्रसव संबंधी जटिलताओं के कारण मौत हो गई। चिड़ियाघर के निदेशक रमेश पांडे ने बताया कि छह वर्षीय बाघिन निर्भया ने बृहस्पतिवार सुबह दो शावकों को जन्म दिया। मगर एक और शावक को जन्म नहीं दे पाने की वजह से 24 घंटे बाद उसे परेशानी होने लगी।
उन्होंने बताया कि पशु चिकित्सकों के एक समूह तथा कर्मियों ने अन्य चिड़िया घरों के विशेषज्ञों और बरेली स्थित भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के विशेषज्ञों की सलाह से बाघिन का इलाज किया।
पांडे ने बताया कि इसके बाद शनिवार शाम को बाघिन का ऑपरेशन किया गया जो तीन घंटे चला। यह पता चला कि उसका गर्भाशय फट गया है और शावक का शव पेट में है। इससे बाघिन के विभिन्न अंगों में गंभीर संक्रमण हो गया।
पांडे ने बताया कि बाघिन का हरसंभव इलाज किया गया लेकिन उसकी हालत बिगड़ती गई। रविवार देर रात एक बजकर करीब 34 मिनट पर उसकी मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि उसका एक शावक भी जीवित नहीं रह पाया। वहीं अन्य शावक की पशु अस्पताल की एक टीम के जरिए देखभाल की जा रही है।
निदेशक ने बताया कि पोस्टमार्टम और विसरा परीक्षण के बाद ही मौत के विस्तृत कारणों का पता चल पाएगा। निर्भया की मौत से पहले दिल्ली के चिड़िया घर में सफेद बाघों के तीन जोड़े थे।