अहमदाबाद। गुजरात पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी), जो कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ और पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आर.बी. श्रीकुमार की जांच कर रही है, अब पूर्व आईपीएस अधिकारी राहुल शर्मा को तलब किया है। शर्मा को दस्तावेजों की जालसाजी और साजिश के मामले में अपना बयान दर्ज कराने के लिए 27 अगस्त को जांच अधिकारी के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है।
25 जून को अहमदाबाद डिटेक्शन क्राइम ब्रांच के पुलिस इंस्पेक्टर डी.बी. बराड ने तीनों-श्रीकुमार, सीतलवाड़ और शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी के इरादे से जालसाजी के लिए भारतीय दंड संहिता के तहत मामला दर्ज किया।
समन सहायक पुलिस आयुक्त बी.एल. सोलंकी द्वारा जारी किया गया, जिसमें लिखा है, हम जालसाजी और साजिश के आरोप में दर्ज मामले की जांच आईपीसी की धारा के तहत क्राइम ब्रांच के साथ कर रहे हैं। इस संबंध में हमें आपका बयान दर्ज करना है, आपसे अनुरोध है कि 27 अगस्त को सुबह 11 बजे उपस्थित हों।
2002 के दंगों के रिकॉर्ड के अनुसार, राहुल शर्मा अहमदाबाद पुलिस नियंत्रण कक्ष में पुलिस उपायुक्त के पद पर तैनात थे। उन पर आरोप है कि उन्हें सौंपा गया एक कॉल डेटा रिकॉर्ड (सीडी) उनके द्वारा गुम हो गया। जब उनसे संपर्क किया तो राहुल शर्मा बयान देने के लिए सामने नहीं आए।