आंदोलनरत किसानों से तत्काल बात कर तीनों कृषि कानून रद्द करे सरकार: राजन

गुरुग्राम। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस समिति की अध्यक्ष, कुमारी सैलजा के राजनैतिक सचिव व दक्षिण हरियाणा के प्रभारी राजन राव ने कहा कि सरकार देश के अन्नदाता और उसके हकों को नजरंदाज कर रही है। किसानों को सड़कों पर बैठकर सरकार ने बातचीत भी बंद कर दी है। इससे साफ है कि सरकार देश के किसानों को भूल चुकी है।

सरकार बार बार बातचीत का दावा तो कर रही है लेकिन किसानों को बातचीत के लिए बुला नहीं रही है। उल्टे किसानों पर झूठे मुकदमे दर्ज कर सरकार आंदोलन को बदनाम करने का प्रयास कर रही है। सरकार को तत्काल किसान नेताओं को बातचीत के लिए आमंत्रित करना चाहिए और जल्द से जल्द किसानों की समस्या का हल निकाल आंदोलन का समाधान करना चाहिए।

सरकार की हठधर्मिता के कारण 12 दौर की वार्ता बेनतीजा रही है। अब सरकार को एक बात समझते हुए बातचीत का रास्ता आगे बढ़ाना चाहिए कि किसान आंदोलन को खत्म करने का हल केवल और केवल उसे ही ढूंढना है। किसान तीनों कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए पिछले सात महीने से सर्दी, बरसात और अब कड़कती धूप और गर्मी में सड़कों पर बैठे हैं।

सरकार को हठधर्मिता छोड़कर किसान आंदोलन का समाधान अब निकालना ही होगा। राव ने कहा कि देश के कृषि मंत्री से लेकर गृहमंत्री और प्रधानमंत्री तक किसानों की समस्या को समझ रहे हैं बावजूद उसके इस आंदोलन का हल निकालने का कतई प्रयास नहीं किया जा रहा है।

सरकार साफ सच्चे और इमानदार मन से किसानों को वार्ता के लिए आमंत्रित करें तथा किसान आंदोलन का हल निकाले। देश के अन्नदाता के साथ-साथ पूरा देश यही चाहता है किती ने कृषि कानूनों को रद्द कर आंदोलन को यही समाप्त कराया जाए।

First Published on: June 27, 2021 8:01 AM
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