
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि हाथरस सामूहिक बलात्कार पीड़िता का ‘‘पहले कुछ दरिंदों ने बलात्कार’’ किया और इसके बाद ‘‘पूरी प्रणाली ने उसका बलात्कार’’ किया। सामूहिक बलात्कार की शिकार हुई युवती के परिवार ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने पीड़िता का रात में ही अंतिम संस्कार करने के लिए उन्हें मजबूर किया।
उन्नीस वर्षीय दलित युवती की सामूहिक बलात्कार के एक पखवाड़े बाद मंगलवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी। बुधवार को रात हाथरस में उसका अंतिम संस्कार किया गया। हालांकि स्थानीय पुलिस के अधिकारियों का दावा है कि अंतिम संस्कार ‘‘परिवार की इच्छानुसार’’ किया गया।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘हाथरस की पीड़िता का पहले कुछ दरिंदों ने बलात्कार किया और कल पूरी प्रणाली ने बलात्कार किया। पूरा प्रकरण बेहद पीड़ादायी है।’’
हाथरस की पीडिता का पहले कुछ वहशियों ने बलात्कार किया और कल पूरे सिस्टम ने बलात्कार किया। पूरा प्रकरण बेहद पीड़ादायी है।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 30, 2020
उन्होंने एक अन्य ट्वीट किया, ‘‘हाथरस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार ने जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया। एसआईटी क्या जांच करेगी? क्या पुलिस ने आधी रात में लड़की का शव जबरदस्ती जलाने का कारनामा अपनी मर्जी से कर दिया? शव को जिनके आदेश पर जलाया गया, क्या एसआईटी उनकी जांच कर पाएगी?’’
हाथरस की पीडिता की मौत पूरे समाज, देश और सभी सरकारों के लिए शर्म की बात है। बड़े दुःख की बात है कि इतनी बेटियों के साथ दुष्कर्म हो रहे हैं और हम अपनी बेटियों को सुरक्षा नहीं दे पा रहे।
दोषियों को जल्द से जल्द फाँसी की सजा मिलनी चाहिए।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 29, 2020
इससे पहले केजरीवाल ने अपने ट्वीट में कहा था, ‘‘हाथरस पीड़िता की मौत पूरे समाज, देश और सभी सरकारों के लिए शर्म की बात है। बड़े दुःख की बात है कि इतनी बेटियों के साथ दुष्कर्म हो रहा है और हम अपनी बेटियों को सुरक्षा नहीं दे पा रहे। दोषियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा मिलनी चाहिए।’’
युवती के साथ 14 सितंबर को चार लोगों ने हाथरस के एक गांव में सामूहिक बलात्कार किया था। उसे अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसकी हालत और खराब होने के बाद उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भेजा गया, जहां उसने मंगलवार को दम तोड़ दिया।
यह खबर फैलते ही नेताओं, खिलाड़ियों, कलाकारों एवं कार्यकर्ताओं समेत समाज के सभी वर्गों ने इस घटना पर रोष व्यक्त किया और न्याय की मांग की।