शिमला। शिमला (ग्रामीण) के विधायक विक्रमादित्य सिंह ने मंगलवार को कहा कि केंद्र और राज्य के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध राज्य के विकास के लिए एक मजबूत अनिवार्यता है।
सिंह ने इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से “बड़ा दिल” दिखाने व उनके (मोदी के) “दूसरे घर” हिमाचल प्रदेश को उनका समर्थन सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
हिमाचल प्रदेश के छह बार के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने यहां मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “हम भारत संघ का हिस्सा हैं और वित्तीय मदद राज्य का अधिकार है।”
उन्होंने उम्मीद जतायी कि कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच वैचारिक मतभेद विकास के रास्ते में नहीं आएंगे। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का उदाहरण दिया जिन्होंने “निजी मित्र” वीरभद्र सिंह के साथ कामकाजी संबंध बनाए रखे जब वह मुख्यमंत्री थे।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि हिमाचल प्रदेश भारी कर्ज में है और सरकार अपनी आय बढ़ाने के लिए उत्पाद शुल्क, खनन और वन भंडार जैसे सभी संसाधनों का उपयोग करेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि चुनावी घोषणा पत्र में पार्टी द्वारा वादा की गई सभी दस गारंटी, जैसे- पुरानी पेंशन योजना की बहाली, महिलाओं को 1,500 रुपये, युवाओं के लिए 680 करोड़ रुपये, और सरकारी और निजी क्षेत्र में पांच लाख नौकरियां चरणबद्ध तरीके से पूरी की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी नेता राहुल गांधी ने सरकार और संगठन को एक-दूसरे का सहयोग करने का निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है और इसे क्षेत्र, जाति और उम्र के बीच संतुलन के साथ जल्द ही विस्तारित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि शिमला जिले के आठ कांग्रेस विधायकों में से सात जिले के लिए अपनी आवाज उठाने के लिए एक टीम के रूप में काम करने के लिए एकजुट होंगे। उन्होंने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में कुल 5,000 रोजगार सृजित होंगे।
उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर पर निशाना साधते हुए उन्हें यह कहते हुए धैर्य रखने की सलाह दी कि प्रशासन बदलने में समय लगता है।
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने आधिकारिक मुख्यमंत्री आवास भी खाली नहीं किया है।
भारत जोड़ो यात्रा पर एक सवाल के जवाब में विक्रमादित्य सिंह ने कहा, “हम कांग्रेस पार्टी के सदस्य हैं और राहुल गांधी हमारे नेता हैं और यात्रा में शामिल होना हमारी जिम्मेदारी है।”