
शिमला। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में बुधवार को एक बस और अन्य वाहनों के भूस्खलन की चपेट में आ गए थे। जिस भीषण हादसे में फंसे लोगों की तलाश और बचाव के लिए अभियान बृहस्पतिवार की सुबह फिर से शुरु किया गया।
भूस्खलन में जारी तलाश अभियान की जानकारी देते हुए ITBP ने ट्वीट किया कि, ‘17, 19 और 43 बटालियन के आईटीबीपी के जवान सहयोगी संगठनों के साथ खोज और बचाव अभियान चला रहे हैं। सुबह से 3 शव निकाले गए। अब तक कुल 13 शव निकाले जा चुके हैं।’
#Kinnaur landslide update: ITBP troops of 17, 19 & 43 Battalions are undertaking search & rescue operations with sister organizations. 3 dead bodies were retrieved since morning. Total 13 dead bodies have been retrieved till now.#kinnaurlandslide pic.twitter.com/ri3KMN4T3b
— ITBP (@ITBP_official) August 12, 2021
राज्य आपदा प्रबंधन निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह छह बजे बचाव कार्य फिर से शुरू किया गया।
उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस के सदस्य, होमगार्ड, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) संयुक्त रूप से बचाव अभियान चला रहे हैं। अधिकारियों ने बुधवार रात करीब 10 बजे तलाश अभियान स्थगित कर दिया था।
निचार तहसील के निगुलसारी क्षेत्र के चौरा गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पांच पर बुधवार दोपहर को भूस्खलन के बाद पहाड़ से गिरे पत्थरों की चपेट में हिमाचल सड़क परिवहन निगम (एचआरटीसी) की एक बस आ गई थी, जो रिकांग पियो से शिमला होते हुए हरिद्वार जा रही थी।
भूस्खलन की चपेट में आने से 10 लोगों की मौत हो गई तथा 13 लोगों को बचा लिया गया, जबकि कई अन्य के मलबे में दबे होने की आशंका है। अधिकारी ने कहा कि मृतक संख्या और बढ़ सकती है क्योंकि एचआरटीसी की एक और बस तथा एक बोलेरो के यात्रियों का अभी तक पता नहीं चल सका है।
उन्होंने कहा कि ऐसा हो सकता है कि दोनों वाहन मलबे के साथ नीचे लुढ़क गए हों। वहीं एक टाटा सूमो मिली है, जिसमें आठ लोग मृत पाए गए। पत्थर गिरने से एक ट्रक नदी किनारे लुढ़क गया और चालक का शव बरामद कर लिया गया है। एक पूरी तरह से क्षतिग्रस्त ऑल्टो कार भी बरामद की गई है। कार के अंदर कोई नहीं था।