आतंकी समूह हिज्बुल मुजाहिद्दीन का समर्थन करने के लिए नवीद बाबू-पुलिस उपाधीक्षक देविंदर सिंह मामले में जुड़ाव के लिए पारा को पिछले साल 25 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था।
अपनी गिरफ्तारी के पहले नामांकन दाखिल करने वाले पारा पुलवामा से जिला विकास परिषद (डीडीसी) के लिए निर्वाचित हुए थे। डीडीसी सदस्य के तौर पर उन्होंने अब तक शपथ नहीं ली है।
इस महीने की शुरुआत में एनआईए की एक अदालत ने पारा को जमानत दे दी थी लेकिन जम्मू कश्मीर पुलिस की काउंटर इन्सरजेंसी कश्मीर (सीआईके) शाखा द्वारा उन्हें हिरासत में लिया गया था।
मुफ्ती ने कहा, ‘‘भारत सरकार द्वारा वहीद पर दमनात्मक कार्रवाई ऐसी स्थिति को बयां करती है जिसका सामना आज कश्मीरी नेता कर रहे हैं। भारतीय संविधान में भरोसा रखने वाले लोगों पर भरोसा नहीं रखा जा रहा और नहीं झुकने पर उन्हें सताया जा रहा है।’’
Waheed’s persecution by the Indian government is emblematic of the situation that Kashmiri politicians find themselves in today.Disliked & mistrusted by people in J&K for their faith in Indian constitution on one hand & punished by GOI for not toeing their line on the other
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) January 27, 2021
मुफ्ती ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, ‘‘डीडीसी के लिए नामांकन दाखिल करने के तुरंत बाद वहीद पारा को गिरफ्तार किया गया। वह ऐसे परिवार से हैं जिनके दादा तिरंगा झंडा फहराते थे, जब कई कश्मीरी ऐसा नहीं करते थे। राजनीति में वहीद की रूचि युवावस्था में शुरू हुई थी।’’
PDPs @parawahid arrested immediately after filing his DDC nomination hails from a family where his grandfather would unfurl the Indian flag when not many Kashmiris would do so. Waheed’s interest in politics started at a young age. pic.twitter.com/aAeIV2Q2b4
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) January 27, 2021
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘बचपन में वह स्थानीय विधायक के घर जाते थे और राजनीतिक बातचीत को सुनते थे। उनकी मां को डर लगता था कि वह किसी दिन राजनीति में आएंगे और आतंकियों का निशाना बनेंगे। असमय ही वहीद की मां का निधन हो गया।’’
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जिस व्यवस्था में पारा ने भरोसा किया, वह उनके खिलाफ प्रतिशोध के तहत काम कर रही है।
श्रीनगर। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी की युवा इकाई के अध्यक्ष वहीद उर रहमान पारा की गिरफ्तारी कश्मीरी नेताओं की स्थिति को बयां करती है। मुफ्ती ने दावा किया कि केंद्र अपने सामने नहीं झुकने वाले नेताओं का ‘‘दमन’’ कर रहा है।