श्रीनगर। नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी के अधिकार का समर्थन किसी व्यक्ति के धर्म पर निर्भर नहीं कर सकता।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों द्वारा यूएस कैपिटल (अमेरिकी संसद भवन) पर हमला करने की घटना के मद्देनजर ट्रम्प के सोशल मीडिया अकाउंट को निलंबित किए जाने की आलोचना के बीच अब्दुल्ला का यह बयान आया है।
अब्दुल्ला ने गुजरात में स्टैंड-अप कॉमेडियन की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए ट्विटर पर कहा, “ट्रम्प और उनके बोलने की आजादी के अधिकार की तरफदारी करने वाले लोग क्या अपना यही रुख मुनव्वर फारुकी और उनके दोस्तों के प्रति भी अपनाएंगे। आप या तो बोलने की आजादी के अधिकार का समर्थन करते हैं, या नहीं करते हैं। यह किसी धर्म पर निर्भर नहीं कर सकता है।’’
Will all those crying them selves hoarse about Trump & his right to free speech please extend the same courtesy to #MunawarFaruqui & his friends. You either support the right to free speech or you don’t. It can’t depend upon the religion of the person speaking/tweeting.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) January 9, 2021
फारुकी को चार अन्य लोगों के साथ मध्य प्रदेश के इंदौर में दो जनवरी को एक शो के दौरान हिंदू देवताओं और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बारे में अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
अब्दुल्ला की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब कुछ भाजपा नेताओं सहित सोशल मीडिया के कई यूजर (उपयोगकर्ताओं) ने शनिवार को ट्रम्प के ट्विटर अकाउंट को निलंबित किये जाने पर चिंता व्यक्त की है।