पलामू में हिंसक टकराव के मामले में 13 गिरफ्तार, 100 नामजद, जिले में इंटरनेट 19 फरवरी तक बंद

पलामू के उपायुक्त ए. डोड्डे और एसपी चंदन सिन्हा ने बताया कि उपद्रव और गड़बड़ी फैलाने वाले किसी भी शख्स के साथ नरमी नहीं बरती जाएगी। लोगों से संयम और शांति बनाए रखने की अपील की गई है।

रांची। झारखंड के पलामू जिला अंतर्गत पांकी में दो समुदायों के बीच पत्थरबाजी और हिंसक टकराव की घटना के दूसरे दिन स्थिति नियंत्रण में रही, लेकिन तनाव बरकरार है। इस बीच पुलिस ने हिंसा के आरोपी 13 लोगों को गिरफ्तार कर गुरुवार को जेल भेज दिया है। 100 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर की गई है, जबकि 1000 से ज्यादा अज्ञात लोगों को अभियुक्त बनाया गया है। राज्य सरकार के आदेश पर जिले में इंटरनेट सेवा 19 फरवरी तक बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।

पलामू के उपायुक्त ए. डोड्डे और एसपी चंदन सिन्हा ने बताया कि उपद्रव और गड़बड़ी फैलाने वाले किसी भी शख्स के साथ नरमी नहीं बरती जाएगी। लोगों से संयम और शांति बनाए रखने की अपील की गई है। सोशल मीडिया के पोस्ट पर भी कड़ी निगाह रखी जा रही है। गुरुवार को पुलिस और सुरक्षा बलों ने पांकी बाजार में फ्लैग मार्च भी किया। इसकी अगुवाई पलामू के जोनल आईजी राजकुमार लकड़ा खुद कर रहे थे।

बता दें कि बुधवार को पांकी में महाशिवरात्रि के अवसर पर तोरणद्वार बनाने के विवाद में दो समुदायों के बीच पत्थरबाजी और हिंसक संघर्ष हुआ था। एक मकान, दो बाइक और दो दुकानें आग के हवाले कर दी गई थीं। एक घंटे से ज्यादा समय तक शहर का मस्जिद चौक इलाका युद्ध का मैदान बना रहा था। डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए। कई पुलिसकर्मियों को भी चोट लगी है, जिसमें क्षेत्र के पुलिस उपाधीक्षक आलोक कुमार टुडू भी शामिल हैं।

इस घटना को लेकर पूरे पांकी बाजार में अगले आदेश तक धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। तनाव को देखते हुए बुधवार और गुरुवार को जिले के आला अफसरों ने पांकी में ही कैंप किए रखा।

First Published on: February 16, 2023 9:11 PM
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