रांची। झारखंड में चंपाई सोरेन की नेतृतव वाली सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार 16 फरवरी को होगा। नए मंत्रिमंडल में चार से पांच नए चेहरे होंगे। इनमें दो मंत्रियों को डिप्टी सीएम का दर्जा मिलेगा। चंपाई सोरेन कैबिनेट में फेरबदल की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा रहा है।
कांग्रेस कोटे से चार मंत्री में से तीन मंत्रियों का मंत्रालय बदला जाना तय है जिनमें बादल पत्रलेख, बन्ना गुप्ता और रामेश्वर उरांव शामिल हैं। वहीं भूषण बाड़ा, दीपिका पांडेय और रामचंद्र सिंह को मंत्री बनाया जा सकता है। मंत्री पद के लिए भूषण बाड़ा और दीपिका पांडेय का नाम लगभग तय है तो वहीं रामचंद्र सिंह या प्रदीप यादव पर चर्चा हो रही है।
बसंत सोरेन पहली बार वर्ष 2020 में दुमका उपचुनाव में विजयी होकर विधानसभा पहुंचे हैं, वहीं उनकी बड़ी भाभी सीता सोरेन जामा से तीसरी बार चुन कर आईं हैं। जेएमएम में हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन और भाभी सीता सोरेन दोनों की मंत्री पद पर दावेदारी है, लेकिन इनमें से किसी एक को ही जगह मिलने की संभावना है। चर्चा है कि सीता सोरेन को महिला आयोग या फिर किसी अन्य आयोग का अध्यक्ष बनाकर मंत्री का दर्जा दिया जा सकता है।
मालूम हो कि झारखंड में विधायकों का जो संख्या बल है, उसके हिसाब से मंत्रिमंडल में अधिकतम 12 मंत्री हो सकते हैं। हेमंत सोरेन की सरकार में 11 मंत्री ही थे। मंत्रिमंडल में जगह देने की मांग उठती रही है। दीपिका पांडेय सिंह को राहुल गांधी कैंप के विश्वस्त युवा नेताओं में गिना जाता रहा है। इस वजह से उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। बता दें कि हेमंत कैबिनेट में कुल 11 मंत्री थे जबकि 12 वीं जगह खाली ही रह गई।
हेमंत सोरेन कैबिनेट जो चेहरे शामिल थे वो हैं, रामेश्वर उरांव, आलमगीर आलम, बादल पत्रलेख, बन्ना गुप्ता, चंपाई सोरेन, जोबा मांझी, मिथिलेश ठाकुर, हफीजुल हसन, सत्यानंद भोक्ता और बेबी देवी। अब देखने वाली बात होगी कि चंपाई सोरेन मंत्रिमंडल में इनमे से किनको दोबारा एंट्री मिलती है और किसे नहीं।