
शिवपुरी। मध्य प्रदेश के एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कोरोना वायरस से संक्रमित 52 वर्षीय मरीज की ऑक्सीजन हटाए जाने के कारण मौत हो गई। उक्त मरीज को दी जा रही ऑक्सीजन कथित रूप से वार्ड ब्वॉय ने दूसरे मरीज को देने के लिए हटा दी थी। यह घटना शिवपुरी जिला अस्पताल के कोविड-19 के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में बुधवार की रात को हुई। मृतक का नाम सुरेन्द्र शर्मा है और वह सरकारी स्कूल में शिक्षक थे।
इस मामले में डॉक्टरों की एक जांच टीम गठित की गई है। शर्मा के पुत्र दीपक शर्मा ने आरोप लगाया, ‘‘मेरे पिताजी सुरेन्द्र शर्मा कोविड आईसीयू में भर्ती थे और ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। उनको पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन लगाई गई थी। उनका यह ऑक्सीजन सपोर्ट रात में एक वार्ड ब्वॉय द्वारा हटा कर दूसरे मरीज को लगाए जाने के चलते उनकी तड़प-तड़प कर मौत हुई।
उन्होंने कहा, ‘‘मंगलवार रात 11 बजे तक मेरे पिता ठीक से खाना खा रहे थे और पानी पी रहे थे।’’ शर्मा के बेटे द्वारा लगाए गए आरोपों की सच्चाई जानने के लिए वार्ड के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो उसमें दिखाई दिया कि शिक्षक की पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन वार्ड ब्वॉय ने ही हटायी थी, जिससे वह बिस्तर पर औंधे होकर सांस लेने के लिए तड़प रहे थे और उसके बाद उनकी मौत हो गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल के अधीक्षक ने डॉक्टरों की एक जांच टीम का गठन किया है। यह टीम पूरे मामले की जांच पड़ताल कर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अर्जुन लाल शर्मा ने शुक्रवार को बताया कि शिक्षक सुरेन्द्र शर्मा पहले से डायलिसिस करवा रहे थे और उनका हीमोग्लोबिन भी कम था। कहा, सीसीटीवी फुटेज देखकर जांच पूरी कर कार्रवाई की जाएगी।