
इंदौर। तेंदुए के हमले में यहां आठ दिन पहले बुरी तरह जख्मी एक वर्षीय बच्ची ने इलाज के दौरान शुक्रवार को दम तोड़ दिया। शहर के एक अस्पताल के अधिकारी ने यह जानकारी दी। अस्पताल प्रशासन की माने तो तेंदुए के हमले के बाद बच्ची गंभीर तरह से जख्मी हो गई थी और उसे बचाने की लगातार कोशिश की जा रही थी।
परमार्थिक क्षेत्र के चोइथराम हॉस्पिटल के उप निदेशक डॉ. अमित भट्ट ने बताया, डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद भूमिका की जान नहीं बचाई जा सकी। तेंदुए के हमले की शिकार बच्ची के शरीर पर कई गंभीर जख्म थे। उन्होंने बताया कि बच्ची के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।
अधिकारियों ने बताया कि नजदीकी जंगल से भटक कर 11 मार्च को तेंदुआ यहां लिम्बोदी के रिहायशी इलाके में घुस गया था। इस जंगली जानवर ने एक वर्षीय बच्ची समेत पांच लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया था। उन्होंने बताया कि बचाव अभियान के दौरान तेंदुए को कड़ी मशक्कत के बाद बेहोश कर पकड़ा गया था। बाद में उसे जंगल में छोड़ दिया गया था।