भोपाल। लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के संस्थापक एवं संरक्षक रघु ठाकुर ने कहा है कि और भिण्ड में सरकारी मेडिकल कॉलेज नहीं खुला तो लोसपा दोनों शहरों में बंद आयोजित कराने का अभियान चलायेगी। श्री ठाकुर आज भोपाल के जहांगीराबाद स्थित नीलम पार्क में आयोजित लोसपा के धरना प्रदर्शन को संबोधित कर रहे थे। मध्यप्रदेश के अलग अलग जिलों व शहरों से पार्टी कार्यकर्ता अपनी मांगों का ज्ञापन सरकार को सौंपने के लिए भोपाल पहुंचे थे। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट शम्भूदयाल बघेल सहित विभिन्न पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में रघु ठाकुर ने कहा पर्चियों से जिस तरह मुख्यमंत्री बन रहे हैं उससे लोकतंत्र में सामंतवाद की वापसी हो रही है। किसान मजदूरों की पार्टी की जगह अब जाति की पार्टियां बन रही हैं।
कटनी और भिण्ड में मेडिकल कॉलेज के लिए लोसपा के लम्बे आंदोलन के बाद सरकार ने यहां पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की तो है लेकिन लोसपा ने तय किया है कि या तो यहां पूरी तरह से सरकारी मेडिकल कॉलेज बने, नहीं तो उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर, रीवा आदि के सरकारी मेडिकल कॉलेज को भी पीपीपी मॉडल पर चलाया जाए।
लोसपा ने जिन मुद्दों को लेकर आज भोपाल में धरना प्रदर्शन आयोजित किया था उनमें कटनी व भिण्ड में सरकारी मेडिकल कॉलेज खोलने,सरकारी संपत्तियों को बेचने और निजी क्षेत्र के कब्जे पर रोक लगाने, सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों को गिरफ्तार करने, अतिथि विद्वानों को नियमित करने, किसानों को खाद- बीज पर्याप्त मात्रा में समय पर मुहैया कराने व वर्षा से फसल ख़राब होने पर बीस हजार रुपए प्रति एकड़ हर्जाना देने की मांग विशेष रूप से शामिल है। अंचल से आये लोगों ने धरने में गोचर भूमि पर अवैध कब्जे और किसानों को मनमाने बिजली बिल थमाए जाने और खाद की भारी किल्लत का मुद्दा भी उठाया।
रघु ठाकुर ने कहा लोसपा की नीति है कि एक घर में एक कार होनी चाहिए और नये कारखाने पुराने बंद कारखानों की जमीन पर लगना चाहिए नहीं तो जमीन निजी उद्योगों को कौड़ियों के मोल देने के बजाय मूल किसानों को वापस किया जाना चाहिए, रोजगार भी वहां के लोगों को मिले जहां की जमीन कारखाने को गयी है।
अवैध अतिक्रमण के मुद्दे पर बोलते हुए श्री ठाकुर ने कहा जहां सरकारी सड़क है उसे सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज कर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो। संसद व विधानसभाओं के लगातार छोटे होते सत्र और दलों में खत्म होते आंतरिक लोकतंत्र पर चिंता जताते हुए रघु ठाकुर ने कहा सच्चे लोकतंत्र की वापसी के लिए सरकारों को समय समय पर बदलना और सही विकल्प का चुनाव करना जरूरी हो गया है। मतदाता हर तरह के लालच और भय से उबरकर जब सही मुद्दों के लिए संघर्ष की राह पर उतरेंगे तभी सरकारें ठीक काम करेंगी।
धरना – प्रदर्शन की सभा को लोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट शम्भूदयाल बघेल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्यामसुंदर यादव व मदन जैन ,प्रदेश अध्यक्ष विन्ध्येश्वरी पटेल, डॉ शिवा श्रीवास्तव,महासचिव निसार कुरैशी, शेखर जैन ( ग्वालियर) , नारायण सिंह ( सागर), प्रताप मलिक, गोवर्धन चांदवानी, रोडवेज के श्यामसुंदर शर्मा, डॉ अनूप सिंह (छिंदवाड़ा) अतिथि विद्वान संघ के पदाधिकारी डॉ सुरजीत सिंह भदौरिया व अजब सिंह, लोसपा प्रवक्ता अजय श्रीवास्तव, शिवराज सिंह ( सागर), दिनेश पुराणिक, अविनाश चौबे( बंडा) , हरपाल सिंह,अनिल वाजपेई, चिम्मन सिंह, सुरभि यादव ने भी सम्बोधित किया।
लोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट शम्भूदयाल बघेल ने रघु ठाकुर को डॉ. राममनोहर लोहिया के बताए समाजवाद का सच्चा और एकमात्र प्रतिनिधि बताते हुए कहा उनका पूरा जीवन समाज के कमजोर लोगों की लड़ाई लड़ने में बीता है, चाहे वह होमगार्ड, बीड़ी मजदूर, कोयला खदान मजदूर, कोटवार और आदिवासियों के हक का आंदोलन हो।
प्रदेश उपाध्यक्ष श्यामसुंदर यादव ने कहा ग्रामीण अंचल तमाम समस्याएं राजस्व विभाग की लापरवाही की देन हैं। शासन और प्रशासन ठीक से काम करे इसके लिए समय समय पर आंदोलन के जरिए दबाव बनाना जरूरी है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मदन जैन ने गांव और मोहल्ले की समस्याओं पर भी जागरूक होने की जरूरत बताते हुए कहा धरना प्रदर्शन लोकतंत्र की पाठशाला भी होते हैं। प्रदेश अध्यक्ष विन्ध्येश्वरी पटेल ने थोड़ा समय राजनीति और समाज को देने की जरूरत बताई। डॉ अनूप सिंह ने लोसपा को सिद्धांत और विचार की पार्टी बताते हुए समतामूलक समाज बनाने और निजीकरण के विरोध, डॉ शिवा श्रीवास्तव ने युवाओं को नशे की चपेट से बचाने की जरूरत बताई और शेखर जैन ने कृषि जिन्सों पर जीएसटी लगाने को किसान विरोधी बताया।
रघु ठाकुर ने झंडा गीत गाने के बाद कहा महात्मा गांधी ने आचार्य कृपलानी को अन्याय के खिलाफ संघर्ष करते हुए जेल जाकर लोगों को निर्भय बनाने के लिए प्रेरित करने को कहा था। उसकी जरूरत आज भी है। रघु जी ने कारपोरेट जगत के षड़यंत्र पर बोलते हुए हाल में निजी हवाई सेवाओं की मनमानी, ड्रापसी बीमारी के बहाने देशी तेलघानियों को बंद करने, वैश्विक स्तर पर हथियार और दवा निर्माताओं के षड़यंत्र और लूट का जिक्र करते हुए कहा कारपोरेट अब खेती से किसानों को बेदखल करना चाहता है जिससे सावधान रहने की जरूरत है।
