इंदौर। मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ पर आरोप लगाते हुए कानूनी कार्रवाई की मांग की कि उनके मुख्यमंत्री रहने के दौरान सामने आए हनी ट्रैप कांड की पेन ड्राइव अपने पास होने की बात कहकर उन्होंने इस पद और गोपनीयता की संवैधानिक शपथ का खुला उल्लंघन किया है।
भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा, कमलनाथ ने ताजा बयान में हनी ट्रैप कांड की पेन ड्राइव अपने पास होने की बात कहकर पद तथा गोपनीयता की संवैधानिक शपथ का स्पष्ट उल्लंघन किया है। उनके खिलाफ इस कांड के सबूतों से छेड़छाड़ और (पेन ड्राइव में जिनके फुटेज कैद हैं) ब्लैकमेल करने के आरोपों में कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि कमलनाथ के मुख्यमंत्रित्व काल के दौरान हनी ट्रैप कांड में गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) में शामिल अफसरों को जवाब देना चाहिए कि इस बहुचर्चित मामले की पेन ड्राइव उस समय के मुख्यमंत्री (कमलनाथ) के पास कैसे पहुंच गई और क्या कमलनाथ ने इसका दुरुपयोग करते हुए जांच को प्रभावित किया था?
गौरतलब है कि हनी ट्रैप गिरोह की पांच महिलाओं और उनके ड्राइवर को भोपाल और इंदौर से सितंबर 2019 में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने इस मामले में एक स्थानीय अदालत में 16 दिसंबर 2019 को पेश आरोप पत्र में कहा था कि यह संगठित गिरोह मानव तस्करी के जरिये भोपाल लायी गयी युवतियों के इस्तेमाल से धनवान लोगों और ऊंचे ओहदों पर बैठे लोगों को अपने जाल में फांसता था।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष शर्मा ने आरोप लगाया कि हनी ट्रैप कांड की पेन ड्राइव का शिगूफा छोड़कर कमलनाथ प्रदेश सरकार पर अनुचित दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि एक महिला को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप का सामना कर रहे पूर्व मंत्री और मौजूदा कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार को कानून के पंजों से बचाया जा सके।
कांग्रेस का कहना है कि कमलनाथ के पूर्व मंत्रिमंडल में शामिल रहे सिंघार पर उनकी एक महिला मित्र द्वारा भोपाल में की गई आत्महत्या के हालिया मामले में कथित सियासी रंजिश के चलते प्राथमिकी दर्ज की गई है। आरोप को खारिज करते हुए कहा, आत्महत्या से पहले महिला के छोड़े गए पत्र में सिंघार के बारे में कही गईं बातों के आधार पर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
शर्मा ने यह आरोप भी लगाया कि कमलनाथ ने अपने ताजा बयान में “इंडियन कोरोना” (कोरोना वायरस का भारतीय स्वरूप) शब्द का इस्तेमाल कर भारत का अपमान किया जो देश को बदनाम करने की बड़ी साजिश का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “क्या कमलनाथ को यह कहने में कष्ट होता है कि चीन के वायरस से ही कोविड-19 की महामारी दुनिया भर में फैली है?”
कोविड-19 की दूसरी लहर के प्रकोप के बीच मध्य प्रदेश में मार्च और अप्रैल के दौरान एक लाख से ज्यादा लोगों की मौत को लेकर कमलनाथ के दावे पर भी शर्मा ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “कमलनाथ सूबे में महामारी से मौत के झूठे आंकड़े पेश कर समाज को गुमराह कर रहे हैं और भय का वातावरण बनाने की कोशिश कर रहे हैं।