फर्जी वीजा पर 80 युवाओं को भेजा विदेश, मुंबई पुलिस ने कबूतरबाज अजित पुरी को किया गिरफ्तार


अजित पुरी है जो कि मुंबई के अंधेरी इलाके का रहने वाला है। उसके खिलाफ 14 ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि पुरी के खिलाफ सबसे पहला मामला साल 2006 में सामने आया था जिस मामले में उसे क्राइम ब्रांच की यूनिट 1 ने गिरफ्तार भी किया था।


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महाराष्ट्र Updated On :

भारत के सबसे बड़े कबूतरबाजों में से एक अजित पुरी ने अब तक सैकड़ों युवाओं को विदेश भेजा है। क्राइम ब्रांच उसकी संपत्ति समेत उसके माध्यम से गए लोगों की जांच करने वाली है। मुंबई क्राइम ब्रांच मानव तस्करी के मामले की जांच कर रही है जिसमें फर्जी वीजा का इस्तेमाल कर 80 युवाओं को 3 साल में कनाडा, टर्की, पोलैंड और यूएई भेजा गया।इस मामले में क्राइम ब्रांच ने अजित पुरी सहित अब तक पांच एजेंट्स को गिरफ्तार किया है।

डीसीपी दत्ता नालावड़े ने बताया कि इस मामले का मुख्य आरोपी अजित पुरी है जो कि मुंबई के अंधेरी इलाके का रहने वाला है। अजित पुरी के खिलाफ 14 ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले दर्ज हैं। पुलिस ने आगे बताया कि पुरी के खिलाफ सबसे पहला मामला साल 2006 में सामने आया था जिस मामले में उसे क्राइम ब्रांच की यूनिट 1 ने गिरफ्तार भी किया था। उसके खिलाफ कई मामले सामने आई और हर मामले में वो जमानत पर रिहा हो जाता था।

सूत्रों ने बताया कि अजित पुरी पर आखिरी मामला साल 2010 का था और उसके बाद से 15 साल से उसके खिलाफ कोई मामला सामने नहीं आया। एक अधिकारी ने बताया कि हम उसके द्वारा भेजे गए तमाम लोगों की पहचान कर रहे हैं और इन सैकड़ों लोगों को भेजकर उसने जो पैसे कमाए उसका क्या हुआ, किस-किस को कितना दिया गया उन तमाम चीजों की जांच करेंगे।

आरोपी भारतीयों को अमेरिका का सपना दिखाकर उनसे 30-60 लाख रुपये लेते थे। एक अधिकारी ने बताया कि कई ऐसे लोग होते हैं जिनपर कोई न कोई केस या लीगल मामला होता है जिसकी वजह से उन्हें वीजा नहीं मिलता।डंकी रूट से विदेश जाने वालों के मामले को अब अमेरिका ने भी गंभीरता से लिया है। अमेरिकी अधिकारियों ने मुंबई पुलिस से जानकारी मांगी है।

अमेरिकन काउंसलेट के अधिकारियों ने मुंबई पुलिस को चिट्ठी लिखकर मिलने का समय मांगा। सूत्रों ने बताया कि अमेरिकी अधिकारी ने मुंबई पुलिस से इस मामले में एक साथ मिलकर काम करने को लेकर मीटिंग करने को कहा है।दोनों देश एकसाथ कानूनी कार्रवाई करें, ऐसी बात कही गई है।