मुंबई। मराठा आरक्षण के मुद्दे पर समर्थन जुटाने के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ भेंट कर रहे भाजपा सांसद संभाजी राजे छत्रपति ने दावा किया कि महाराष्ट्र सरकार उनकी जासूस करा रही है। कुछ घंटे बाद उन्होंने कहा कि गृह मंत्री दिलीप पाटिल द्वारा उनके साथ बातचीत किए जाने के बाद यह मामला बंद हो गया है।
उन्होंने ट्वीट किया, मैं नहीं जानता कि मुझपर नजर रखने का मकसद क्या हो सकता है। मुझ जैसे असल और स्पष्टवादी कार्यकर्ता की जासूसी कराकर सरकार को क्या हासिल होगा। वलसे पाटिल ने जासूसी के आरोपों का खंडन किया।
उन्होंने कहा, यह सुनिश्चित करने के लिए उनके राज्यव्यापी दौरे के दौरान पर्याप्त पुलिस बंदोबस्त किया जा रहा है कि कोई असामाजिक तत्व सिंधुदुर्ग जिले की उनकी यात्रा के दौरान कोई बाधा पैदा न कर पाए। मैंने उनसे बातचीत की है और गलतफहमी दूर की है।
संभाजीराजे ने बाद में स्वीकार किया के गृह मंत्री ने उनसे बाचतीत की और सूचित किया कि सिंधुदुर्ग के जिलाधिकारी के कैबिन में भेंट के दौरान जो पुलिसकर्मी जो घुसे थे, वे बस उनकी सुरक्षा चिंता की वजह से वहां पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि वह गृह मंत्री के स्पष्टीकरण से संतुष्ट हैं।









