महाराष्ट्र में पाबंदियां नहीं लगती तो बिगड़ जाते हालात, पूर्ण लॉकडाउन जैसी स्थिति नहीं : उद्धव

मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार ने अगर लॉकडाउन जैसी पाबंदियां नहीं लगाई होतीं तो राज्य में कोरोना वायरस के उपचाराधीन रोगियों की संख्या नौ से दस लाख तक पहुंच जाती। कहा कि हो सकता है कि पूर्ण लॉकडाउन की जरूरत हो लेकिन मुझे नहीं लगता कि वैसी स्थिति उत्पन्न होगी।

महाराष्ट्र स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर टेलीविजन पर दिए संबोधन में उन्होंने कहा कि नवीनतम पाबंदियों से कोरोना वायरस के मामलों पर रोक लगाने में मदद मिली और उपचाराधीन मरीजों की संख्या करीब 6.5 लाख बनी हुई है। ठाकरे ने कहा कि राज्य सरकार 18 से 44 वर्ष तक के लोगों के टीकाकरण के लिए जरूरी 12 करोड़ टीके की खुराक खरीदने के लिए एक बार में चेक से भुगतान करेगी।

उन्होंने कहा कि इस श्रेणी में लोगों का टीकाकरण शनिवार से खुराक की उपलब्धता के मुताबिक होगा और राज्य को शुक्रवार को तीन लाख खुराकें मिली हैं। इस बीच, ठाकरे ने कोविड-19 टीकाकरण के पंजीकरण के वास्ते हर राज्य को अपना ऐप विकसित करने की अनुमति दिए जाने की मांग भी की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में लोगों को कोविड-19 टीकाकरण के लिए केंद्र के कोविन ऐप पर पंजीकरण कराना पड़ता है।

ठाकरे ने कहा, ‘‘पंजीकरण के लिए सभी राज्यों को अपना ऐप विकसित करने की अनुमति प्रदान की जानी चाहिए। राज्य के ऐप को केंद्र के कोविन ऐप से भी जोड़ा जा सकता है। इससे पंजीकरण की प्रक्रिया में आसानी होगी और टीकाकरण केंद्रों पर भीड़ एकत्र होने से रोका जा सकेगा।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने इस मांग के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र भी लिखा है।

First Published on: May 1, 2021 8:49 AM
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