मुंबई। एनसीबी की एक सतर्कता टीम ने अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान से जुड़े मादक पदार्थ मामले में कथित तौर पर वसूली के प्रयास के सिलसिले में गवाह प्रभाकर सैल से 11 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की।
सैल सोमवार को भी सतर्कता टीम के समक्ष पेश हुए थे और उनसे करीब 10 घंटे पूछताछ की गई थी। एनसीबी के एक अधिकारी ने बताया कि सैल अपने वकील तुषार खंडारे के साथ पूर्वाह्न करीब 11 बजकर 55 मिनट पर उपनगर बांद्रा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के मैस (भोजनशाला) में पहुंचे।
एनसीबी के उपमहानिदेशक (उत्तरी क्षेत्र) ज्ञानेश्वर सिंह के नेतृत्व में एनसीबी का सतर्कता दल सोमवार सुबह दिल्ली से यहां पहुंचा था। सिंह संघीय मादक पदार्थ रोधी एजेंसी के मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) भी हैं।
एनसीबी के गवाह केपी गोसावी का अंगरक्षक होने का दावा करने वाले सैल ने पिछले महीने एक हलफनामे में आरोप लगाया था कि उन्होंने गोसावी को एनसीबी द्वारा आर्यन खान को गिरफ्तार करने के बाद 25 करोड़ रुपये में समझौता करने पर चर्चा करते हुए सुना था।
सैल ने आरोप लगाया कि गोसावी ने कहा था कि समझौते की धनराशि में से आठ करोड़ रुपये एनसीबी के मुंबई मंडल के निदेशक समीर वानखेड़े को दिए जाने हैं। वानखेड़े ने इन आरोपों से इनकार किया है। पिछले महीने सिंह के नेतृत्व में एक सतर्कता दल वसूली के आरोपों की जांच के लिए मुंबई आया था लेकिन वह सैल का बयान दर्ज नहीं कर पाया था। उस समय उसने वानखेड़े समेत आठ लोगों के बयान दर्ज किए थे।