
मुंबई। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच महाराष्ट्र सरकार बच्चों के इलाज के लिए ढांचा तैयार करने के वास्ते बाल कार्यबल गठित कर रही है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने यह जानकारी दी। कहा कि राज्य टीकों की किल्लत का भी सामना कर रहा है। टोपे ने कहा, ‘हमें मौजूदा टीका वितरण पद्धति में बदलाव करने की जरूरत है।’
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार राज्य में 15 फरवरी से शुरू हुई दूसरी लहर के दौरान 1.30 लाख बच्चे कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। टोपे ने पत्रकारों से कहा, ‘बच्चों पर कोविड-19 की तीसरी लहर का प्रभाव पड़ने की आशंका के मद्देनजर बाल कार्यबल का गठन किया जा रहा है। हमें नए रूप में पृथक-वास या उपचार केन्द्र तैयार करने होंगे क्योंकि आम तौर पर मां बच्चों के साथ रहती हैं।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि विशेषज्ञों के अनुसार तीसरी लहर बच्चों के लिए बेहद खतरनाक हो सकती है, लिहाजा सरकार ने विशेषज्ञों का बाल कार्यबल गठित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने डिजिटल माध्यम से सिंधुदुर्ग में जिला अस्पातल में दूसरे ऑक्सीजन संयंत्र के उद्घाटन के बाद यह बात कही।